अमेरिका क्यूबा के आतंकी पदनाम की समीक्षा के लिए प्रतिबद्ध
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा है कि अमेरिका क्यूबा को 'आतंकवाद के प्रायोजक' के रूप में मनोनीत किए जाने संबंधी पूर्व प्रशासन के फैसले की समीक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है

वॉशिंगटन। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा है कि अमेरिका क्यूबा को 'आतंकवाद के प्रायोजक' के रूप में मनोनीत किए जाने संबंधी पूर्व प्रशासन के फैसले की समीक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। जेन साकी ने मंगलवार को एक ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा, "हम पूर्व प्रशासन में किए गए नीतिगत फैसलों की सावधानीपूर्वक समीक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें क्यूबा को आतंकवाद का स्टेट स्पॉन्सर बनाने का फैसला भी शामिल है।"
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने यह भी नोट किया कि "फिलहाल क्यूबा को लेकर नीति बदलाव राष्ट्रपति बाइडेन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में नहीं है।"
गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 11 जनवरी को क्यूबा को 'आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह देकर अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के कृत्यों के लिए बार-बार समर्थन प्रदान करने' के लिए 'आतंकवाद के राज्य प्रायोजक' की सूची में शमिल किया था।
इसके कारण क्यूबा पर कई प्रतिबंध लगाए गए, जिसका खामियाजा क्यूबा के साथ व्यापार करने वाले कुछ व्यक्तियों एवं देशों को भी उठाना पड़ा। प्रतिबंध के कारण क्यूबा को अमेरिकी विदेशी सहायता भी बंद हो गई, रक्षा निर्यात और बिक्री पर भी असर पड़ा और दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं के निर्यात पर भी प्रतिकूल असर पड़ा। हालांकि डेमोक्रेट्स सीनेटरों ने इस कार्रवाई का जमकर विरोध किया था।
गौरतलब है कि क्यूबा को 1982 में भी आतंकवाद के राज्य प्रायोजकों की सूची में रखा गया था।
मार्च 2016 में, बराक ओबामा 1928 के बाद से क्यूबा के दौरे पर जाने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने। दोनों देशों के बीच दिसंबर 2014 से ही द्विपक्षीय संबंधों में गर्मजोशी दिखने लगी थी और ओबामा के दौरे से दोनों देशों के बीच 54 साल से चली आ रही तल्खी खत्म हो गई। लेकिन 2014 में ट्रम्प के पद संभालने के बाद क्यूबा और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया।


