अमेरिका प्रवासियों का शिविर नहीं बनेगा : ट्रम्प
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है वह अपने देश को प्रवासियों का शिविर नहीं बनने देगें। श्री ट्रम्प ने ह्वाइट हाउस में सोमवार को नेशनल स्पेस कांउसिल की बैठक में यह बात कही

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है वह अपने देश को प्रवासियों का शिविर नहीं बनने देगें। श्री ट्रम्प ने ह्वाइट हाउस में सोमवार को नेशनल स्पेस कांउसिल की बैठक में यह बात कही। उन्होंने विपक्षी ड्रेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों पर आरोप लगाया कि वे आव्रजन संबंधी कानून के बारे में बातीचत के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। इस संबंध में वह उनसे बातचीत करना चाहते हैं। उन्होंने कहा,“अमेरिका प्रवासियों का शिविर नहीं बनेगा और ना ही हमारा देश शरणार्थियों के लिए सुलभ केन्द्र रहेगा।”
इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया“ प्रवासियों के कारण यूराेपीय देशों की संस्कृति में तेजी से बदलाव आ रहा है और इनके कारण जर्मनी में अपराध की घटनाएं बढ़ रहीं है और यही स्थिति अमेरिका में भी उत्पन्न हो सकती है। उनका देश प्रवासियों का शिविर नहीं बनेगा।”
उन्होंने कहा कि लाखों लोगों काे शरण देकर यूरोपीय देशों ने बड़ी गलती की है और बाहर से आये लोगों के कारण यूरोपीय देशों की संस्कृति में तेजी से बदलाव आ रहा है।
पीठ उपराज्यपाल के आवास पर अरविंद केजरीवाल के धरना के मामले की तीन अलग-अलग याचिकाओं की सुनवाई कर रही थी।
दूसरी याचिका में नगर वकील हरिनाथ राम ने अपने वकीलों शशांक देव सुधी और शशि भूषण द्वारा दायर करवाते हुए उपराज्यपाल के आवास पर केजरीवाल और अन्य मंत्रियों के असंवैधानिक और अवैध धरने को खत्म करने की अपील की।
वहीं अधिवक्ता उमेश गुप्ता द्वारा दायर याचिका में आईएएस अधिकारियों द्वारा जारी 'अनौपचारिक हड़ताल' को खत्म करने की अपील की।
उच्च न्यायालय ने सभी मामलों की सुनवाई के लिए शुक्रवार की तिथि निश्चित की है।
केजरीवाल ने कहा है कि वह और उनके साथी उनकी मांगें पूरी होने तक उपराज्यपाल का आवास नहीं छोड़ेंगे। उनकी मांगों में आईएएस अधिकारियों को हड़ताल खत्म करने, चार महीने काम में अवरोध करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तथा गरीबों को उनके घर पर राशन उपलब्ध कराने के उनकी सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देना है।


