उत्तर कोरिया पर अमेरिका और चीन ने दबाव बनाने की प्रतिबद्धता दोहरायी
मेरिका और चीन ने उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियारों के खिलाफ दबाव बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है

वाशिंटन। अमेरिका और चीन ने उत्तर कोरिया पर परमाणु हथियारों के खिलाफ दबाव बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन तथा चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जिएची ने उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों के खिलाफ दबाव बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी। जिएची वाशिंगटन की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।
उनकी अमेरिका-चीन के बीच संवेदनशील आर्थिक संबंधों पर बातचीत करने की उम्मीद है क्योंकि हाल की कुछ घटनाओं के बाद विश्व की दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापारिक संघर्ष का खतरा उत्पन्न हो गया है।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नॉअर्ट ने बताया कि दोनों पक्षों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तथा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की उत्तर कोरिया के अवैध हथियारों तथा परमाणु कार्यक्रमों के खिलाफ दबाव बनाने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
उन्होंने कहा कि टिलरसन तथा जिएची आपसी चुनौतियों पर सहयोग और मतभेदों को दूर करने के उद्देश्य से एक रचनात्मक एवं लाभकारी संबंधों को जारी रखने की महत्ता पर सहमत हो गए हैं।
गाैरतलब है कि चीन और अमेरिका ने उत्तर कोरिया द्वारा अमेरिका तक मार करने की क्षमता वाले परमाणु हथियार विकसित करने को लेकर उत्पन्न चिंता को साझा किया।
चीन ने संयुक्त राष्ट्र की ओर से उत्तर काेरिया पर लगाये गये प्रतिबंधों का समर्थन किया है लेकिन वह अमेरिका द्वारा इन्हें और कड़ा बनाये जाने की कोशिशों के प्रति सतर्क है। अमेरिकी अधिकारी चीन पर संयुक्त राष्ट्र के निर्देशों का अनुपालन नहीं किए जाने का आरोप लगाते रहे हैं।


