उर्दू आम आदमी की भाषा : राम नाईक
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने शुक्रवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित उर्दू मासिक पत्रिका 'नया दौर' के सितंबर-2017 के अंक का लोकार्पण किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने शुक्रवार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित उर्दू मासिक पत्रिका 'नया दौर' के सितंबर-2017 के अंक का लोकार्पण किया। यह अंक राज्यपाल नाईक पर केंद्रित है, जिसमें राज्यपाल का एक विशेष साक्षात्कार भी प्रकाशित हुआ है।
राज्यपाल ने कहा कि उर्दू जानने वाले नया दौर की सराहना करते हैं। उर्दू भाषा को संविधान ने भारतीय भाषा के रूप में मान्यता दी है।उत्तर प्रदेश में उर्दू भाषा को दूसरी अधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने कहा कि उर्दू महत्व की भाषा है, जिसके पास समृद्ध साहित्य है।यह किसी धर्म विशेष की भाषा न होकर आम आदमी की भाषा है। 'नयादौर' के नए अंककी पहली प्रति राज्यपाल को भेंट करते हुए प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने बताया कि नया दौर के प्रकाशन को 95 वर्ष हो गए हैं।
1922 में यह पत्रिका 'हमारी जबान' के नाम से प्रकाशित होती थी। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पत्रिका का नाम' इत्तेलाआत' हुआ और 1954 में इस को नया नाम' नया दौर' दिया गया।पत्रिका 'नया दौर' तब से निरंतर 63 वर्ष से प्रकाशित होर ही है। उन्होंने कहा कि 2022 इस पत्रिका का शताब्दी वर्ष होगा।


