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दिल्ली की लाइफ लाइन है अर्बन एक्सटेंशन रोड 2, जाम की समस्या से लोगों को मिलेगी मुक्ति : नितिन गडकरी

केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लगभग 75 किलोमीटर लंबे अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर) 2 का निरीक्षण किया

दिल्ली की लाइफ लाइन है अर्बन एक्सटेंशन रोड 2, जाम की समस्या से लोगों को मिलेगी मुक्ति : नितिन गडकरी
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नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लगभग 75 किलोमीटर लंबे अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर) 2 का निरीक्षण किया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यूईआर 2 पर चल रहे कार्य का बारीकी से जायजा लिया। इस मार्ग पर निरीक्षण के दौरान उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि अर्बन एक्सटेंशन रोड टू दिल्ली की लाइफ लाइन है, इसका कार्य पूर्ण हो जाने के बाद जब यह शुरू हो जाएगा तो दिल्ली में ट्रैफिक जाम की समस्या से काफी हद तक मुक्ति मिलेगी।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि दिल्ली की जनता को इससे काफी बड़ा फायदा होने वाला है, दिल्ली की जनता को ट्रैफिक जाम से काफी बड़ी मात्रा में मुक्ति मिलेगी, उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में 60 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट कर रहे हैं, सात प्रोजेक्ट हैं, उसमें से दो प्रोजेक्ट पूरे हो गए हैं, दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस हाईवे प्रोजेक्ट पूरा हो गया है, दिल्ली पेरिफेरल रोड प्रोजेक्ट हमने पूरा किया है। अभी बाकी के जो प्रोजेक्ट है उनमें 1980 के डेवलपमेंट प्लान में यह प्रोजेक्ट था। जीटी रोड करनाल की तरफ से एयरपोर्ट जाने में ढाई घंटे का समय लगता है, लेकिन इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही सिर्फ 20 मिनट में एयरपोर्ट पहुंचा जाया करेगा। जीटी रोड करनाल की तरफ से जो लोग इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तरफ जाएंगे, उन्हें सिर्फ 20 मिनट का समय इस रोड से लगेगा।

नितिन गडकरी ने कहा कि आज ही मैंने सूचना दी है कि कार्बन डाइऑक्साइड ज्यादा लेने वाले जो पौधे हैं, उनकी स्टडी करके दोनों ओर से हम इसे ग्रीन हाईवे बनाएंगे। इससे और भी ज्यादा प्रदूषण कम होगा, और इसके साथ सुंदरीकरण फूल आदि इस पर होंगे, जिससे की लोगों को इस पर यात्रा करते समय आनंद मिलेगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, हां पहले इसको डीडीए बनाने वाला था। लेकिन हमारे सांसद प्रवेश वर्मा हमारे पास चार पांच बार आए मैंने कहा कि यह रोड हमारा नहीं है, हम कैसे बना सकते हैं? वह बहुत ही पीछे पड़े एक दिन रात को उन्होंने बहुत आग्रह किया मैंने कहा ठीक है हम बनाएंगे और मैंने इसकी जिम्मेदारी ले ली। यह 8 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट है, साढ़े तीन हजार करोड़ डीडीए दे रही है, बाकी पैसा हम लगा रहे हैं। हमने इसे एनएचएआई में कन्वर्ट किया, और सांसद प्रवेश वर्मा का बहुत बड़ा सहयोग मिला, फिर बाद में पहले वाले एलजी साहब जो थे बैजल जी उनका भी सहयोग मिला बाकी हमारे सांसद हैं हंसराज और एमएलए हैं, राज्य सरकार है।


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