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कांग्रेस के ताबूत में अंतिम कील होंगे नगरीय निकाय चुनाव : शर्मा

मध्य प्रदेश में नगरीय चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले ही भाजपा के तेवर तल्ख हैं, कांग्रेस पर लगातार हमले बोले जा रहे हैं

कांग्रेस के ताबूत में अंतिम कील होंगे नगरीय निकाय चुनाव : शर्मा
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सतना। मध्य प्रदेश में नगरीय चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले ही भाजपा के तेवर तल्ख हैं, कांग्रेस पर लगातार हमले बोले जा रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा है कि नगरीय निकाय के चुनाव कांग्रेस के ताबूत की अंतिम कील होगा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने अपने प्रवास के दूसरे दिन सतना में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कमल नाथ के उस बयान का जिसमें उन्होंने भाजपा के संगठन से मुकाबला होने की बात कही थी, हवाला देते हुए कहा कि कमलनाथ बिल्कुल ठीक कह रहे हैं। पं. नेहरू ने भी कहा था कि मैं जनसंघ को खत्म कर दूंगा। तब डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि मैं उस विचार और मानसिकता को ही खत्म कर दूंगा जिसमें जनसंघ को खत्म करने का विचार आता है। आज कांग्रेस रूपी विचार देश में खत्म होने की कगार पर है।

शर्मा ने आगे कहा कि हमारी ताकत बूथ के कार्यकर्ता हैं। भाजपा के कार्यकर्ता देश और मध्यप्रदेश में प्रत्येक बूथ पर मजबूती के साथ काम कर रहे हैं। भाजपा के कार्यकर्ता जीत का संकल्प लेकर आगे बढ़ते हैं। जो ताबूत 2018 के विधानसभा चुनाव और उपचुनाव में तैयार किया है, हमारा कार्यकर्ता नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस के उस ताबूत में अंतिम कील ठोंक देंगे।

गुजरात के नगरीय निकाय चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा गुजरात नगर निकाय के चुनावों में पार्टी ने रिकार्ड जीत दर्ज करते हुए छह नगर निगम और 84 प्रतिशत सीटों पर कब्जा किया है। कांग्रेस महज 10 प्रतिशत सीटों पर सिमट गई है। इसे देखकर मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेताओं को भी नगर निकाय चुनाव में सुनिश्चित हार का डर सताने लगा है और हार का ठीकरा फोड़ने के लिए वे अभी से बहाने तलाशने लगे हैं। इसीलिए वे कभी ईवीएम के खिलाफ शिकायत लेकर, तो कभी बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को लेकर चुनाव आयोग के चक्कर लगा रहे हैं।

शर्मा ने कहा कि, "भ्रम, छल, कपट की राजनीति करने वाले, झूठ बोलने वाले चुनाव आयोग जाकर ईवीएम की खराबी बता रहे हैं। कह रहे हैं कि बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए। 2018 के चुनाव में दिग्विजय सिंह खुद यह मान चुके हैं कि उनके जाने से वोट कट जाते हैं। वही मि. बंटाधार प्रदेश में कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे हैं और प्रदेश में कांग्रेस अब अस्तित्वहीन हो गई है, अप्रासांगिक हो गई है। उसके नेता सिर्फ इस कवायद में लगे हुए हैं कि झूठ बोलकर किस तरह से मीडिया में रहा जा सकता है। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस की क्रेडिब्लिटी खत्म हो गई है, उसने जनता का विश्वास खो दिया है।"


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