बिहार विधानसभा में हंगामा, अध्यक्ष कक्ष के बाहर विपक्ष का धरना, विधायकों और सुरक्षाकर्मियों में हाथापाई
बिहार विधानसभा में मंगलवार को अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष को उनके कक्ष में ही रोके रखा। बाद में सुरक्षाकर्मियों द्वारा इन विधायकों को हटाया गया

पटना। बिहार विधानसभा में मंगलवार को अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष को उनके कक्ष में ही रोके रखा। बाद में सुरक्षाकर्मियों द्वारा इन विधायकों को हटाया गया। इसके बाद भी हंगामा होता रहा। विपक्षी दल के सदस्यों ने बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक के विरोध में जमकर हंगामा किया। इस दौरान विधानसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा जब सदन की कार्यवाही स्थगित कर अपने कक्ष में बैठे थे, तभी विपक्षी दल के सदस्य उनके कक्ष के सामने धरने पर बैठ गए। साढ़े चार बजे जब वे कार्यवाही प्रारंभ करने के लिए जाने की कोशिश की तो उन्हें जाने नहीं दिया गया।
मार्शलों इन विधायकों को हटाने की कोशिश की, लेकिन वे हटने को तैयार नहीं थे। बाद में अन्य पुलिसकर्मियों को बुलाया गया। इसके बाद विपक्षी सदस्यों को उठा-उठाकर बाहर किया गया।
विपक्ष के सदस्यों ने आरोप लगाया, "विधायकों को मारा गया। विधायकों पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा पैर चलाए गए।"
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने अपने अधिाकरिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, "नीतीश कुमार लोहिया जयंती के अवसर पर सदन के अंदर नंगई और गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। सदन के अंदर माननीय विधायकों को बाहर से पुलिस मंगवा पीटवा रहे हैं।"
इधर, राजद ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हिटलर बताते हुए ट्वीट किया, "हिटलर नीतीश चाहते हैं कि पुलिस बिना वारंट किसी को भी गिरफ्तार करे, घर में घुसे और अदालत भी इसमें दखल नहीं दे पाए। और आज जब राजद व विपक्ष के नेताओं ने जब इस विधेयक का विरोध किया तो उन्हें पुलिस ने लात मुक्कों से पीटा, छाती पर लात बरसाए और बेहोशी की हालत में सदन से बाहर धकेल दिया।"


