यूपीपीसीबी की रिपोर्ट तय करेगी हॉट मिक्सिंग प्लांटों का भविष्य
हॉट मिक्सिंग प्लांट को लेकर प्राधिकरण अधिकारियों और जिला अधिकारी के बीच सहमति बनती नहीं दिख रही है

नोएडा। हॉट मिक्सिंग प्लांट को लेकर प्राधिकरण अधिकारियों और जिला अधिकारी के बीच सहमति बनती नहीं दिख रही है। मिक्सिंग प्लांट मालिकों द्वारा मानकों को पूरा किया गया या नहीं। इसकी जांच प्रदूषण विभाग द्वारा की जाएगी। विभाग द्वारा क्लीन चिट मिलने के बाद ही मिक्सिंग प्लांट को खोला जा सकेगा। इसके लिए एक सप्ताह का समय और लग सकता है। जाहिर है यदि प्लांट को जल्द नहीं खोला गया तो शहर के सभी बड़े प्रोजेक्टों को ग्रहण लग सकता है।
गौरतलब है कि नवम्बर माह में एनजीटी के आदेश के बाद प्राधिकरण द्वारा 27 हॉट मिक्सिंग प्लांट को सीज कर दिया गया था। प्रति मिक्सिंग प्लांट 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया था। लेकिन अब मिक्सिंग प्लांट का खोला जाना बेहद जरूरी है। दरअसल इनके नहीं खुलने का असर शहर की सभी बड़ी परियोजनाओं पर दिखने लगा है।
ऐसे में शुक्रवार को हॉट मिक्सिंग प्लांट मालिकों द्वारा जो दस्तावेज प्राधिकरण को दिए थे। वहीं दस्तावेज प्राधिकरण अधिकारियों ने जिला अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किए। लेकिन जिला अधिकारी द्वारा मिक्सिंग प्लांट को खोले जाने की अनुमति नहीं दी। यही नहीं उन्होंने प्राधिकरण अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि यह दस्तावेज प्रदूषण विभाग को सौंपे जाए। वहा का अधिनस्त अधिकारी ही सर्वे करेगा। जिसके बाद वह अपनी रिपोर्ट देगा। यदि रिपोर्ट के अनुसार मिक्सिंग प्लांटों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए तो प्लांटों को खोल दिया जाएगा।
वहीं, शुक्रवार को प्राधिकरण में डीसीईओ सौम्य श्रीवास्तव ने सर्किल अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सभी परियोजना अभियंताओं को निर्देश दिए कि वह अपने अपने क्षेत्र में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान चलाए। जहा प्राथमिकता है पहले वहां काम किया जाए। इसके लिए मोबाइल हॉट मिक्सिंग का प्रयोग किया जाए। जिससे प्रदूषण भी कम होगा। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि 15 जून तक सभी सड़कों को चकाचक किया जाए।


