यूपीपीसीबी की रिपोर्ट तय करेगी हॉट मिक्सिंग प्लांट का भविष्य
शहर में धीमी होती परियोजनाओं की रफ्तार का भविष्य यूपीपीसीबी की सर्वे रिपोर्ट तय करेगी
नोएडा। शहर में धीमी होती परियोजनाओं की रफ्तार का भविष्य यूपीपीसीबी की सर्वे रिपोर्ट तय करेगी।
यह रिपोर्ट हॉट मिक्सिंग प्लांटों के सर्वे के बाद तैयार की जा रही है। रिपोर्ट 28 अप्रैल को एनजीटी में सुनवाई के दौरान प्रस्तुत की जाएगी। यह वहीं प्लांट है जिन्हें एनजीटी के फैसले व प्राधिकरण द्वारा निरिक्षण के दौरान सीज करने के साथ पांच -पांच लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया था।
शहर की सभी बड़ी परियोजनाओं के निर्माण में हॉट मिक्सिंग प्लांट की अहम भूमिका है। नवंबर में प्राधिकरण द्वारा चलाए गए अभियान में 27 हॉट मिक्सिंग प्लांटों को सीज कर दिया गया था। इन सभी मिक्सिंग प्लांटों पर पांच-पांच लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया था। यह रिपोर्ट एनजीटी में प्रस्तुत की गई। इस रिपोर्ट पर एनजीटी ने प्रदूषण विभाग को मिक्सिंग प्लांट का सर्वे कर एक रिपोर्ट तैयार करने को कहा था। मामले में प्राधिकरण ने जिला अधिकारी के साथ बैठक कर परियोजनाओं के क्रियान्वन में आ रही समस्याओं को संज्ञान में लेने को कहा था।
प्रशासन द्वारा पिछली सुनवाई में प्राधिकरण का यह पक्ष एनजीटी के समक्ष रखा। एनजीटी ने स्पष्ट कहा कि प्रदूषण विभाग द्वारा दी जाने वाली रिपोर्ट में यदि मिक्सिंग प्लांट प्रदूषण के मानकों पर खरे उतरते है तो ही इन्हें खोलने की अनुमति मिल सकती है। इसको लेकर सोमवार को उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने आठ हॉट मिक्सिंग प्लांट का सर्वे किया।
सर्वे के आधार पर मंगलवार व बुधवार को इसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। यह रिपोर्ट 28 अप्रैल को एनजीटी में प्रस्तुत की जाएगी। इसी रिपोर्ट में तय होगा कि मिक्सिंग प्लांट खोले जाए या नहीं। बताते चले कि सत्ता परिवर्तन के बाद सूबे मुख्यमंत्री ने आदेश दिए कि 15 जून तक शहर की सभी सड़कों को गढ्ढा मुक्त किया जाए। साथ ही बिलंब होती परियोजनाओं को शीघ्र पूरा
किया जाए।
हॉट मिक्सिंग प्लांट के शुरु नहीं होने पर प्राधिकरण के इन परियोजनाओं को समय से पूरा कर पाना चुनौती पूर्ण है। लिहाजा एनजीटी का 28 अप्रैल को आने वाले फैसला परियोजनाओं के लिहाज से काफी अहम है।


