यूपी 1 करोड़ मीट्रिक टन चीनी का रिकार्ड उत्पादन करेगा
गन्ने के समर्थन मूल्य में बढ़ाेत्तरी का कोई वायदा किये बगैर उत्तर प्रदेश सरकार ने आज दावा किया कि आगामी पेराई सत्र में एक करोड़ मीट्रिक टन चीनी के उत्पादन के साथ सूबा एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा
लखनऊ। गन्ने के समर्थन मूल्य में बढ़ाेत्तरी का कोई वायदा किये बगैर उत्तर प्रदेश सरकार ने आज दावा किया कि आगामी पेराई सत्र में एक करोड़ मीट्रिक टन चीनी के उत्पादन के साथ सूबा एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा।
योगी सरकार ने यह भी फैसला किया है कि चीनी मिलों और जिला गन्ना अधिकारी का संयुक्त बैंक खाता खोला जायेगा ताकि तय शर्तो के अनुसार संबधित मिल प्रशासन चीनी की बिक्री से मिली रकम का 85 फीसदी गन्ना किसानों के भुगतान में खर्च कर सके।
गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि इस महीने के आखिर तक पेराई का नया सत्र शुरू हो जायेगा और 15 नवम्बर तक सभी मिलें पेराई शुरू कर देंगी। उन्होंने दावा किया कि पेराई के लिये यह बिल्कुल सही समय होगा जब दो लाख 45 हजार हेक्टेयर बढ़े रकबे के साथ प्रदेश में बड़े पैमाने पर गन्ने का उत्पादन होगा।
राणा ने कहा, “ हम इस पेराई सत्र में उम्मीद कर रहे हैं कि 120 चीनी मिलें पूरी क्षमता से काम करेंगी जिसकी बदौलत हमारा प्रदेश एक करोड़ मीट्रिक टन चीनी उत्पादन की सीमा को पार कर लेगा। अगर हम ऐसा कर पाये तो यह पूरे देश में एक कीर्तिमान होगा।”
गन्ने के समर्थन मूल्य में बढोत्तरी के वादे से इंकार करते हुये राणा ने साफ किया कि इस बारे में सरकार ने एक समिति गठित करने का फैसला किया है हालांकि उन्होने आश्वस्त किया कि नये पेराई सत्र से पहले गन्ना किसानो के बकाया करीब 1100 रूपये का भुगतान कर दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने गोरखपुर में स्थित सहकारी क्षेत्र की पिपराइच और मुंडेरवा चीनी मिल को फिर से खोलने का फैसला किया है। इसके अलावा गाजियाबाद स्थित मोहिद्दीनपुर और बागपत की रमाला चीनी मिलों की उत्पादन क्षमता मेें इजाफा किया जायेगा।


