उप्र: हत्या के मामले में भाजपा विधायक समेत छह ने किया आत्मसमर्पण
हमीरपुर में 22 साल पुराने सामूहिक हत्या के एक मामले में भाजपा विधायक अशोक सिंह चंदेल समेत छह लोगों ने सोमवार को स्थानीय न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया

हमीरपुर। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में 22 साल पुराने सामूहिक हत्या के एक मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक अशोक सिंह चंदेल समेत छह लोगों ने सोमवार को स्थानीय न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया।
विधायक अपने हजारों समर्थकों के साथ जिला न्यायाधीश की अदालत में पहुंचे और आत्मसमर्पण किया। बाद में विधायक के अलावा रघुवीर सिंह,आशुतोष सिंह,नसीम और भान सिंह समेत छह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पूरी न्यायिक प्रक्रिया के दौरान विधायक के समर्थक नारेबाजी करते रहे। शाम तक सभी अभियुक्तों को जेल भेजे जाने की संभावना है हालांकि विधायक के वकील अदालत में जमानत अर्जी दे रहे हैं।
आत्मसमर्पण करने वाले छह लोगों के अलावा पुलिस ने इस मामले में वांछित तीन अन्य उत्तम सिंह,प्रदीप सिंह और साहब सिंह को गिरफ्तार किया है। करीब 22 साल पहले एक ही परिवार के पांच सदस्याें की गोली मार कर हत्या करने के दोषी सभी नौ लोगों को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पिछली 19 अप्रैल को उम्रकैद की सजा सुनायी थी जिसके बाद सभी अभियुक्त फरार चल रहे थे। अदालत ने छह मई को इन सभी के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था।
सामूहिक हत्याकांड में उच्च न्यायालय से उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद भाजपा विधायक समेत नौ लोगों की पुलिस तलाश कर रही थी। पुलिस को चकमा देते हुये चंदेल समेत छह अभियुक्तों ने आज अदालत में आत्मसमर्पण किया।
गौरतलब है कि 26 जनवरी 1997 को एक मामूली विवाद को लेकर स्थानीय भाजपा नेता राजीव शुक्ला और चंदेल के समर्थकों के बीच गोलीबारी हुयी थी जिसमें शुक्ला के दो बड़े भाई राकेश,राजेश के अलाव भतीजे अंबुज,वेद नायक और श्रीकांत पांडेय की मृत्यु हो गयी थी। गोलीबारी में दो बच्चे भी घायल हुये थे। इस मामले में चंदेल और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। जांच के बाद चंदेल और अन्य के खिलाफ पुलिस ने आरोप पत्र दायर किया था।
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने हालांकि सबूतों और गवाहों पर संदेह जताते हुये सभी 10 अभियुक्तों को 15 जुलाई 2002 को बरी कर दिया था। निचली अदालत के इस फैसले को शुक्ला ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी। उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के फैसले को पलटते हुये सभी को उम्रकैद की सजा सुनायी थी।
चंदेल हमीरपुर में एक बार लोकसभा और चार बार विधानसभा चुनाव जीत चुके है। उन्होने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत 1989 निर्दलीय विधायक के तौर पर की थी। वह 1999 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर हमीरपुर संसदीय सीट के सांसद चुने गये। मौजूदा समय में वह हमीरपुर सदर सीट का विधानसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं।


