उप्र : किसान महापंचायत की तैयारियों में जुटी रालोद
प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी वसीम हैदर ने बैठक में कहा कि वर्तमान सरकार ने प्रारम्भ से ही किसानों के साथ धोखा देने का काम किया है और किसान को निराशा हाथ लगी है

लखनऊ। आगामी 29 जनवरी को बाराबंकी के कोटवा सड़क पर राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की अगुवाई में होने वाली किसान महापंचायत की तैयारियों की समीक्षा और उसे सफल बनाने की रणनीति के लिए शनिवार को पार्टी मुख्यालय में पार्टी पदाधिकारियों बैठक हुई। राष्ट्रीय लोकदल के मीडिया प्रभारी अनिल दुबे ने बैठक में कहा कि सरकार ने किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने का वादा किया था परन्तु डेढ़ गुना तो दूर किसानों की लागत तक देने की नीयत इस सरकार की नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश का आलू किसान तबाह और बर्बाद है तथा अपना आलू सड़क पर फेंकने को मजबूर है। प्रदेश सरकार आंख और कान दोनों बंद किए है राष्ट्रीय लोकदल आलू किसानों को तबाही और बर्बादी से बचाने के लिए आन्दोलनरत है। उन्होंने कहा कि महापंचायत में सरकार से आलू का समर्थन मूल्य 1200 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग की जाएगी जिससे आलू किसानों को राहत मिल सके।
प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी वसीम हैदर ने बैठक में कहा कि वर्तमान सरकार ने प्रारम्भ से ही किसानों के साथ धोखा देने का काम किया है और किसान को निराशा हाथ लगी है।
रालोद के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने बताया कि महापंचायत की तैयारियों के लिए राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद तथा राष्ट्रीय सचिव शिवकरन सिंह और युवा रालोद उ.प्र. के अध्यक्ष अम्बुज पटेल जनपद बाराबंकी के गांवों में किसानों एवं उनके संगठनों के प्रतिनिधियों से सघन जनसम्पर्क के लिए दौरा कर रहे हैं और रालोद बाराबंकी की जनपदीय इकाई के अध्यक्ष अखिलेश वर्मा अपने सहयोगियों के साथ तैयारियों में लगे हैं।


