उप्र : बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष का हंगामा, कागज के गोले फेंके
उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन की शुरुआत पूर्वानुमान के मुताबिक हंगामेदार रही। मंगलवार सुबह 11 बजे राज्यपाल ने जैसे ही दोनों सदनों को संबोधित अभिभाषण पढ़ना शुरू किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन की शुरुआत पूर्वानुमान के मुताबिक हंगामेदार रही। मंगलवार सुबह 11 बजे राज्यपाल ने जैसे ही दोनों सदनों को संबोधित अभिभाषण पढ़ना शुरू किया, विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया।
विपक्षी दलों, विशेष तौर पर समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के विधायकों ने नारेबाजी करते हुए कागज के गोले फेंके। यही नहीं, कुछ विधायक जूते पहनकर मेज पर भी चढ़ गए। इन सबके बावजूद राज्यपाल अपना अभिभाषण पढ़ते रहे।
सदन में हंगामे के दौरान सपा विधायक सुभाष पासी बेहोश हो गए, उन्हें लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उधर पश्चिम बंगाल रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन को संबोधित किया। साथ ही राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान अभद्रता की निंदा की।
विधान भवन के सेंट्रल हॉल में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि अभिभाषण के दौरान राज्यपाल के सामने सपा, बसपा और कांग्रेस सदस्यों ने जिस तरह का आचरण किया है, वह निंदनीय है।
उन्होंने कहा, "कागज के गोले फेंकना निंदनीय है। इससे यह साफ होता है कि सपा अपनी गुंडागर्दी से बाहर नहीं आ पा रही है। इस तरह के असंवैधानिक और आलोकतांत्रिक प्रदर्शन से संसदीय लोकतंत्र और सदन की गरिमा भंग होती है।"
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का व्यवहार यह साबित करता है कि विपक्ष का लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है। वे संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। इनकी कार्यप्रणाली जब सदन में इतनी अराजक, अनुशासनहीन और बर्बर हो सकती है तो सार्वजनिक जीवन में इनका आचरण कैसा होता होगा?
इससे पहले, विधानसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यपाल का अभिभाषण संपन्न हो गया। समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने उनके ऊपर कागज के गोले फेंके। 'राज्यपाल वापस जाओ' के नारे लगाए और सरकार विरोधी नारों से माहौल गर्मा दिया। इस दौरान आजम खां और रामगोविंद चौधरी मौजूद रहे।
विधानसभा में हंगामे के दौरान सपा विधायक सुभाष पासी बेहोश हुए। जल्दी से उन्हें सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। हंगामे के चलते विधानसभा को बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है।
इसस पहले विधान भवन प्रांगण में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे के बाद सपा सदस्य विधानसभा में भी धरना प्रदर्शन किया। सपा के विधायकों-एमएलसी का प्रदर्शन काफी देर तक बाहर चला।


