UP Nagar Nikay Chunav: उपचुनावों के बाद बज सकता है नगर निकाय चुनाव का बिगुल, जानें सब कुछ
किसी भी दिन बज सकता है निकाय चुनाव का बिगुल, उड़ी दावेदारों की नींद इस बार किसके सर सजेगा चेयरमैनी का ताज ?

सुरेन्द्र सिंह भाटी
बुलंदशहर शिकारपुर: निकाय चुनाव का बिगुल किसी भी दिन बज सकता है। अब आरक्षण लागू होने के इंतजार में एक-एक दिन करना मुश्किल हो रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी में वह सियासी दल हैं जिनके पास टिकट की दावेदारी की लंबी सूची है। हालांकि आरक्षण लागू होने के बाद ये . सूची काफी छोटी हो जाएगी, मगर जो रहेगी उसमें अपनों को संभाले रखना हर पार्टी के लिए बड़ी चुनौती होगी। कहीं कोई अपना हो निर्दल होकर बागी ने हो जाए इस सवाल का जवाब सभी दल ढूंढ रहे हैं । सबसे ज्यादा चुनौती भाजपा के सामने हैं क्योंकि पार्टी इन दिनों केंद्र और राज्य में सत्तारूढ़ है। जिले के सभी विधायक जिला पंचायत अध्यक्ष और सांसद भाजपाई हैं। पिछले चुनावों में भी पार्टी का अच्छा समर्थन मिलता आ रहा है। इसे देखकर भाजपा में दावेदारी अधिक है। नगर निकाय चुनाव को लेकर दावेदारी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। अभी तक न तो आरक्षण की स्थिति साफ हुई है और न ही चुनाव की तिथियां घोषित हुई हैं। मगर भावी प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। इतना ही गली मोहल्लों में जनसंपर्क भी चल रहा है। नगर निकाय चुनाव में अध्यक्ष और सभासद पद के भावी प्रत्याशी अपने क्षेत्र में शादी समारोह जन्मदिन समारोह विवाह समारोह आदि में जरूर पहुंच रहे हैं। वहीं मौत होने पर वहां जाकर शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। बीमार लोगों का अस्पताल या उनके घर जाकर कुशल क्षेम ले रहे हैं। शिकारपुर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सर्वाधिक दावेदार हैं, और टिकट मांगने वालों की एक लंबी फौज है, चुनाव की तैयारियों में जुटे भाजपा संगठन के लोग यही कहते हैं कि सिर्फ कार्यकर्ता और मजबूत व्यक्ति को टिकट मिलेगा। इधर बसपा को आरक्षण का इंतजार है, माना जा रहा है कि आरक्षण लागू होते हैं विश्व का सबसे पहले प्रत्याशी घोषित करेगी। कांग्रेस ,सपा, पार्टी अभी प्रत्याशियों को चिन्हित कर रही है। इन दलों के नेता यही कह रहे हैं कि आरक्षण लागू होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
तैयार हो रहा पैनलः
आरक्षण सूची जब भी आए भाजपा उससे पहले हर वर्ग से 3 संभावित प्रत्याशियों के पैनल पर काम कर रही है। नगर निगम के मेयर नगर पालिका परिषदों तथा नगर पंचायतों के अध्यक्ष के साथ ही वार्ड सदस्यों के प्रत्याशियों के नामों की सूची पर काम किया जा रहा है। सामान्य, पिछड़ी,व दलित वर्ग से तीन-तीन नामों का पैनल पिछड़ी जाति से 3 नामों का पैनल अनुसूचित जाति से तीन नामों का पैनल हर निकाय से तैयार किया जा रहा है।


