Top
Begin typing your search above and press return to search.

देश का सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग स्टेट है यूपी : सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार दोपहर बाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में सैमसंग इनोवेशन कैंपस द्वारा आयोजित प्रमाणपत्र वितरण समारोह को संबोधित किया

देश का सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग स्टेट है यूपी : सीएम योगी
X

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार दोपहर बाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में सैमसंग इनोवेशन कैंपस द्वारा आयोजित प्रमाणपत्र वितरण समारोह को संबोधित किया। गोरखपुर विश्वविद्यालय और आईटीएम (इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट) के बीटेक के करीब 600 छात्र-छात्राओं को प्रमाणपत्र वितरित किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा आज उत्तर प्रदेश, देश में विकास और निवेश अभियान का बड़ा हिस्सा बनकर उभर रहा है।

सीएम योगी ने कहा कि सुशासन के बल पर उत्तर प्रदेश निवेश का सबसे आकर्षक गंतव्य बना है। यूपी देश का सबसे बड़ा मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग स्टेट है। भारत में बनने वाले मोबाइल फोन में 55 फीसद की हिस्सेदारी अकेले यूपी की है। देश में बनने वाला 60 प्रतिशत मोबाइल कम्पोनेंट भी उत्तर प्रदेश में ही बनता है। सैमसंग दुनिया का पहला मोबाइल डिस्प्ले यूनिट चीन से भारत और भारत में भी उत्तर प्रदेश में ले आया।

सपा शासन का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 और उसके पहले के उत्तर प्रदेश की परिस्थितियों से आहत होकर दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी सैमसंग नोएडा की अपनी यूनिट बंद करना चाहती थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सैमसंग के अधिकारियों को बुलाकर बातचीत की। उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। इसका परिणाम हुआ कि 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने सैमसंग द्वारा बनाई गई दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री का उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इनोवेशन कैंपस के लिए सैमसंग की सराहना करने के साथ अपेक्षा जताई कि जिन छात्रों को प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है, उन्हें सैमसंग की नोएडा यूनिट का भ्रमण भी कराया जाना चाहिए। इससे सैमसंग इनोवेशन कैम्पस से प्रशिक्षण प्राप्त 3,500 छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान के साथ इंडस्ट्री की चुनौतियों को भी समझने का अवसर मिलेगा। इंस्‍टीट्यूट से मिले ज्ञान को जब तक इंडस्ट्री से नहीं जोड़ेंगे तब तक प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया मिशन को सफलता मिलने में कठिनाई होगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिन भी पाठ्यक्रमों को जोड़ा गया है, वे सभी न्यू एज कोर्स हैं, जो आज ग्लोबल मार्केट की आवश्यकता है।

सीएम योगी ने कहा कि डिमांड के अनुरूप सप्लाई के लिए आज के दौर की सबसे बड़ी जरूरत है मार्केट की मैपिंग करने की। यदि हम समाज की आवश्यकता के अनुसार मार्केट की मैपिंग नहीं करेंगे, तो बेरोजगारों की फौज तैयार कर लेंगे। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि हमारे शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान ऐसे कोर्स तैयार करें, जो युवाओं को अगले 20-25 वर्षों तक पैरों पर खड़ा कर सकें। इसके लिए संस्थानों को क्षेत्रीय, देश और दुनिया की आवश्यकता के अनुरूप मैपिंग कराकर कोर्स चलाने होंगे, क्योंकि रटी-रटाई बातों को लेकर चलने का परिणाम यह होगा कि हम पिछड़ जाएंगे।

केंद्र की मोदी कैबिनेट द्वारा इंटर्नशिप योजना को लेकर सीएम योगी ने कहा कि इस योजना के जरिये सरकार आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को शिक्षण संस्थानों के कैम्पस से ही साकार करने जा रही है। कैम्पस में ही ट्रेनिंग दिलाकर यूथ को जॉब दिलाने या स्टार्टअप शुरू करने की गारंटी दी जाएगी। इस योजना में फाइनल ईयर के छात्रों के प्रोजेक्ट वर्क को किसी इंडस्ट्री में इंटर्नशिप से जोड़ा जाएगा। इसमें छात्र को आधा मानदेय सरकार और आधा मानदेय संबंधित इंडस्ट्री द्वारा दिया जाएगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it