यूपी: भूखों के पेट भरते है विशाल
विवाह, जन्मदिन जैसे मांगलिक अवसरों पर आयोजित प्रीतिभोज में परोसे जाने वाले लजीज व्यजंनो की बर्बादी आपने कई बार देखी होगी।

कानपुर। विवाह, जन्मदिन जैसे मांगलिक अवसरों पर आयोजित प्रीतिभोज में परोसे जाने वाले लजीज व्यजंनो की बर्बादी आपने कई बार देखी होगी। इस बर्बादी को रोकने का बीड़ा यहां का एक नौजवान ने उठाया है।
नगर के जवाहरनगर क्षेत्र के निवासी विशाल शुक्ला शादी बारातों में बचे हुये भोजन को एकत्र करते हैं और उन्हे बाकायदा पैकेटों में बंद कर गरीबों और बेसहारों के बीच वितरित करते हैं।
पिछले तीन साल से लगातार अनूठी समाजसेवा में जुटे विशाल का इरादा प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने वाले बुंदेलखंड में गरीबाें मजलूमों का पेट भरना है। हालांकि इस नेक काम में उन्हे लोगों की मदद की दरकार है।
“फूड फार आल” के संचालक विशाल ने ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि बचपन से ही गरीब जरूरतमंद को भोजन के लिये दर- दर भटकते देखना उन्हे अखरता था मगर उनकी जेब में इतने पैसे नहीं होते थे कि वह किसी एक के लिये भोजन का इंतजाम कर सके।
वर्ष 2015 में वह एक शादी समारोह में गये थे जहां उन्होने लोगों को भोजन से भरी जूठी प्लेटों को डस्टबिन में डालते देखा।
भोजन की बर्बादी देख वह आहत हुये मगर इसी से उनके मन में जरूरतमंदों के लिये भोजन का प्रबंध करने का विचार कौंध गया।
विशाल ने अपने विचार को दोस्तों के साथ साझा किया जिनमे से कुछ ने उसके इस कार्य में सहयोग का आश्वासन दिया।
शुरूआत में उन्हे इस काम के लिये बेहद मुश्किलों से गुजरना पडा मगर धीरे धीरे उनकी संस्था को लोग जानने लगे और समारोह में बचा हुआ भोजन देने के लिये उन्हे फोन करने बुलाने का सिलसिला चल पडा। शहर के कई होटल और रेस्तरां भी बचे हुये भोजन को उनकी संस्था को उपलब्ध कराते हैं।


