यूपी चुनाव : सपा ने गैर-यादव और मुस्लिमों पर जताया भरोसा
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी उम्मीदवारों की सूची जारी की है। सपा ने पहली सूची में 31 मुस्लिमों पर भरोसा जताया है

लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी उम्मीदवारों की सूची जारी की है। सपा ने पहली सूची में 31 मुस्लिमों पर भरोसा जताया है। इसके अलावा 15 यादव, 9 ब्राह्मण, 31 अनुसूचित जाति और 48 गैर-यादव पर भरोसा जताया है। छोटे दलों और दूसरे दल से आए लोगों को भी मौका दिया है। मुस्लिम-यादव की पार्टी कही जाने वाली समाजवादी पार्टी ने इस बार दलित, पिछड़े और सवर्णो पर ज्यादा ध्यान दिया है। वहीं, 11 महिलाएं भी इस सूची में शामिल हैं। पार्टी की ओर टिकट पाने वालों में बसपा से सपा में आए सात नेता हैं। वहीं, कांग्रेस से सपा में आए नौ दलबदलू भी टिकट पा गए हैं।
धर्म सिंह सैनी समेत भाजपा से सपा में दो नेताओं को टिकट मिला है। जिन 11 महिलाओं को टिकट मिला है, उनमें कांग्रेस से आईं कुमारी बिमलेश और सुप्रिया ऐरन भी शामिल हैं। सुप्रिया को कांग्रेस ने भी बरेली कैंट से टिकट दिया था। अब वह यहीं से सपा की उम्मीदवार होंगी। सुप्रिया बीते शनिवार को ही अपने पति पूर्व सांसद प्रवीण ऐरन के साथ सपा में शामिल हुई हैं। 2017 में चंदौसी से कांग्रेस उम्मीदवार रहीं कुमारी बिमलेश इस बार यहां से सपा उम्मीदवार होंगी। 2017 में बिमलेश को यहां से हार का सामना करना पड़ा था।
हुसैनगंज से उम्मीदवार बनाई गईं उषा मौर्य भी एक साल पहले तक कांग्रेस में थीं। उन्होंने फरवरी 2021 में ही सपा की सदस्यता ली थी। उसके बाद से ही टिकट की दावेदारों में थीं। उषा मौर्य दिवंगत पूर्व मंत्री मुन्नीलाल मौर्य की पत्नी हैं। राठ से पार्टी ने चंद्रवती को उम्मीदवार बनाया है। सपा की नई सूची में स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे का नाम नहीं है। रामपुर सीट से सपा सांसद आजम खां को उम्मीदवार बनाया है। स्वार विधानसभा सीट से आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम को सपा ने टिकट दिया है। चरथावल सीट से पंकज मलिक, ऊंचाहार से मनोज पांडेय, नकुड़ से धर्मपाल सैनी और कैराना से नाहिद हसन को मैदान में उतारा है।


