रालोद ने सभी फ्रंटल संगठनों को किया भंग, 21 मार्च को होगी समीक्षा
यूपी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल को आठ सीटें मिली है। पार्टी के मुखिया जयंत चौधरी 21 मार्च को लखनऊ मे विधायक दल भी बैठक करेंगे। इसी बीच में उन्होंने पार्टी के फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया है।

लखनऊ, यूपी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल को आठ सीटें मिली है। पार्टी के मुखिया जयंत चौधरी 21 मार्च को लखनऊ मे विधायक दल भी बैठक करेंगे। इसी बीच में उन्होंने पार्टी के फ्रंटल संगठनों को भंग कर दिया है।
राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे ने बताया कि चुनाव के बाद नए विधायको की बैठक 21 मार्च को होगी। सारे फ्रंटल संगठन को भंग कर दिया है। इस दिन चुनाव परिणाम की समीक्षा की जाएगी। 21 मार्च को दोपहर में 12 बजे से लखनऊ में रालोद के प्रदेश कार्यालय पर विधायक दल की बैठक होगी।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने फ्रंटल संगठन को भंग कर दिया है। अब सभी संगठनों का नए सिरे से गठन होगा। इसके साथ ही पार्टी की 21 मार्च की बैठक में कई प्रत्याशियों की हार के कारणों की समीक्षा भी होगी। जयंत चौधरी के निर्देश पर राष्ट्रीय लोकदल यूपी के प्रदेश, क्षेत्रीय और जिला व सभी फ्रंटल संगठन तत्काल प्रभाव से भंग किया गया है। विधानसभा चुनाव में किसान आंदोलन के बाद राष्ट्रीय लोकदल की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी थी। चौधरी अजित सिंह का मई 2021 में कोरोना से निधन हुआ तो पार्टी की कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी के कंधों पर आ गई। जयंत चौधरी ने सियासी जमीन और मुस्लिम वोटों को देखते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा।
आरएलडी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का सहयोगी दल था। सपा ने भी 21 मार्च को लखनऊ में पार्टी कार्यालय में विधायक दल की बैठक बुलाई है। सपा के 111 विधायक जीते हैं। विधानसभा चुनाव में रालोद का सपा के साथ गठबंधन था और पार्टी ने 33 प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से आठ जीते हैं।
राष्ट्रीय लोकदल ने मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत तथा हाथरस में जीत दर्ज की है। बागपत के छपरौली से अजय कुमार, शामली के शामली सदर से प्रसन्न चौधरी तथा थाना भवन से अशरफ अली जीते हैं। अशरफ अली ने कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को हराया है। मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना से राजपाल बालियान, पुरकाजी से अनिल कुमार तथा मीरापुर से चंदन चौहान ने जीत दर्ज की है। हाथरस के सादाबाद से प्रदीप कुमार गुड्डू ने कद्दावर नेता रामवीर उपाध्याय को हराया। मेरठ के सिवालखास से राष्ट्रीय लोकदल के गुलाम मोहम्मद विधायक बने हैं।


