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यूपी के अर्थशास्त्री बोले, योगी सरकार का बजट विकास के नए आयाम को सृजित करने वाला

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया

यूपी के अर्थशास्त्री बोले, योगी सरकार का बजट विकास के नए आयाम को सृजित करने वाला
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। प्रदेश के अर्थशास्त्रियों ने सरकार के बजट को विकासोन्मुख और रोजगार परक बताया है। लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एमके अग्रवाल ने बताया कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट जहां एक ओर अपने पुराने प्रयासों को दृढ़ करते हुए आगे बढ़ने की रणनीति बनाता है। वहीं वह ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था की आकांक्षा के अनुरूप नए ताने बाने को भी बनाता हुआ नजर आता है। बजट अनुशासन की मयरादा के अंतर्गत 2022-23 का राज्य का यह बजट समावेशी प्रगतिगामी तथा पोषणीय होने के साथ-साथ विकास के नए आयाम सृजित करता हुआ नजर आता है।

कहा कि यह बजट उत्पादन वृद्धि पर विशेष ध्यान देता हुआ प्रतीत होता है, क्योंकि कृषि विकास पर 5 प्रतिशत से ज्यादा रखने का लक्ष्य है। वहीं ओडीओपी तथा सेवा क्षेत्र जैसे की पर्यटन, यातायात, आईटी क्षेत्र आदि पर भी जोर दिया गया है। जिसमें पहले के बजटों में किए गए प्रयासों की सफलता का प्रमाण भी मिलता हुआ नजर आ रहा है। विकास की बढ़ती सम्भावनाओं के बीच बढ़ती आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ऊर्जा क्षेत्र में सुधार के साथ-साथ कम लागत पर सौर ऊर्जा उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। वह चाहे सोलर पम्प, बुनकरों के लाइट, ग्रामीण सड़कों पर प्रकाश के लिए या बुंदेलखड़ में ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर के रूप में हो। इसी प्रकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को दृढ़ बनाने, महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना, शहरी अर्थव्यवस्था को पोषणीय बनाना इसी श्रृंख्ला की एक कड़ी है। यह बजट शिक्षा के क्षेत्र में निजी निवेश के साथ-साथ उसके आधुनिकीकरण पर भी जोर देता है।

अर्थशास्त्री एपी तिवारी कहते हैं कि इस बजट में राजकोषीय संतुलन को साधते हुए अर्थव्यवस्था के सभी क्षत्रों को विकसित करने का प्रयास किया गया है। खेती से लेकर वनाकि, पशु पालन और मछली पालन लघु एवं मझोले उधोगों को बढ़ाने की कोशिश की गई है। एक ओर जहां विकास की गति तीव्र करने की कोशिश हुई है, वहीं उसके साथ सामाजिक सुरक्षा के कवच को मजबूती दी गई है।

पूर्व अर्थशास्त्री राकेश कुमार मिश्रा ने योगी सरकार के बजट को रोजगार परक और गतिमान बताया है। यह एक तरफ किसानों को मजबूत करने वाला है। तो छात्र छात्राओं को आगे बढ़ाने वाला है। इससे सामाजिक ताना बाना मजबूत होगा। रोजगार के साधन बढ़ेंगे।


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