उप्र : माध्यमिक विद्यालयों और राजकीय होम्योपैथिक कालेजों में खाली पदों को भरने का निर्णय
उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और राजकीय होम्योपैथिक कालेजों में अध्यापकों के खाली पदों को भरने का निर्णय लिया है

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों और राजकीय होम्योपैथिक कालेजों में अध्यापकों के खाली पदों को भरने का निर्णय लिया है ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज शाम यहां मंत्रिमंडल की बैठक में इस अाश्य के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई ।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने संवाददताओं को मंत्रिमण्डल के फैसलों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मंत्रिमण्डल ने वित्तीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में संविदा पर 26 हजार शिक्षकों भर्ती की जायेगी ।
इसके साथ ही राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेजों में करीब साढ़े छह सौ शिक्षक और पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती किये जाने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमण्डल की बैठक में फैसला किया है कि माध्यमिक स्कूलों में 70 वर्ष से कम उम्र के सेवानिवृत्त शिक्षकों को मौका दिया जाएगा।
प्रवक्ता को प्रतिमाह 20 हजार और सहायक अध्यापक को 15 हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश में नौ राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कालेज हैं। इन कालेजों में स्वीकृत पदों की तुलना रिक्त पदों की संख्या अधिक है। सरकार ने फैसला किया है कि संविदा पर रिक्त पद भरे जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बताया कि इन कालेजों में 369 शिक्षकों के स्वीकृत पद के सापेक्ष 261 और पैरा मेडिकल के 409 स्वीकृत पद के सापेक्ष 380 रिक्त पद हैं। इस तरह कुल 641 पदों पर भर्ती की जानी है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने निर्णय लिया है कि संविदा पर 65 वर्ष तक के शिक्षक को अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि मंत्रिमण्डल की बैठक में कुल 21 महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई ।


