उप्र के डकैत की नजर विधानसभा उपचुनाव पर, व्यापारी का अपहरण
ऐसे समय में जब चंबल क्षेत्र में लोग सोच रहे थे कि यहां बंदूकें अब शांत हो चुकी हैं, एक खतरनाक डकैत अपने बाहुबल का प्रदर्शन कर रहा है और उसकी नजरें आगामी मानिकपुर विधानसभा उपचुनाव पर हैं

चित्रकूट (उत्तर प्रदेश)। ऐसे समय में जब चंबल क्षेत्र में लोग सोच रहे थे कि यहां बंदूकें अब शांत हो चुकी हैं, एक खतरनाक डकैत अपने बाहुबल का प्रदर्शन कर रहा है और उसकी नजरें आगामी मानिकपुर विधानसभा उपचुनाव पर हैं।
यह सीट भाजपा के विधायक आर. के. सिंह पटेल के इस साल लोकसभा के लिए चुने जाने से खाली हुई है। पटेल ने 2017 में इस सीट को जीता था।
बबली कोल (38) खतरनाक डकैत है, जिसके सिर पर सात लाख रुपये का इनाम है। वह अचानक इलाके में सक्रिय हो गया है।
बबली कोल ने 15 अगस्त को व्यापारी बृज मोहन पांडेय का चित्रकूट के बरहा कोलान के उनके घर से अपहरण कर लिया। अपहरण को यहां स्थानीय बोली में 'पकड़' के नाम से जानते हैं।
कोल व उसके सहयोगी लवलेश ने व्यापारी की पत्नी को एक कमरे में बंद कर दिया और व्यापारी के साथ फरार हो गए।
इसके बाद व्यापारी के भाई भरत पांडेय से उसके भाई की रिहाई के लिए 24 घंटे के भीतर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई।
पांडेय ने मानिकपुर पुलिस से संपर्क किया, लेकिन उसे 'सलाह' दी गई कि अगर वह चाहता है कि उसका भाई जीवित लौटे तो उसे मामले को कोल के साथ सुलझाना चाहिए।
भरत पांडे ने कहा, "कोल ने 50 लाख रुपये के लिए कहा था, लेकिन अब राशि 10 लाख रुपये हो गई है। पुलिस ने मेरे भाई का पता लगाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया और कोल जितने पैसे चाहता है, उतने हमारे पास नहीं हैं।"
अपहरण का पता दो दिन पहले चला, जब स्थानीय मीडिया को इसकी जानकारी हुई।
पुलिस ने अब बबली कोल व लवलेश कोल के खिलाफ मानिकपुर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया है।
इस बीच सूत्रों ने कहा कि बबली कोल अपने उम्मीदवार को विधानसभा उपचुनाव में खड़ा करना चाहता है और अपने लिए राजनीतिक जगह बनाना चाहता है।


