उप्र : मुख्यमंत्री ने 9 परियोजनाओं का किया लोकार्पण, शिलान्यास
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर के जिला महिला चिकित्सालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 50.75 करोड़ रुपये की लागत की 09 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर के जिला महिला चिकित्सालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में 50.75 करोड़ रुपये की लागत की 09 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने 45.56 करोड़ रुपये की लागत की 6 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 5.19 करोड़ रुपये की लागत की 3 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस अवसर पर येगी ने जेई/एईएस रोग की रोकथाम संबंधी पुस्तक तथा इसकी कार्य योजना संबंधी पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकार्पित 100 शैय्यायुक्त एम.सी.एच. विंग एवं 100 शैय्यायुक्त क्षय रोग सह सामान्य चिकित्सालय व 3 मिनी पीआईसीयू महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में काफी उपयोगी होगा। इन स्वास्थ्य सुविधाओं से केवल जनपद गोरखपुर ही नहीं, बल्कि नेपाल, बिहार एवं बस्ती, आजमगढ़ आदि मंडलों के जनपदों के मरीज लाभान्वित होंगे।
उन्होंने कहा कि 100 शैय्या एमसीएच विंग एवं क्षय रोग सह सामान्य चिकित्सालय का कार्य समय से पूर्ण हुआ है और जब योजना समयबद्ध ढंग से पूर्ण होती है तो रिवाइज इस्टीमेट की आवश्यकता नहीं होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बेहतरी के लिए प्रदेश अग्रणी भूमिका में है। इंसेफेलाइटिस की रोकथाम में काफी सफलता मिली है और आने वाले समय में इसे पूरी तरह से नष्ट करने की दिशा में प्रबल कार्यवाही की जा रही है।
उन्होंने बताया कि 25 फरवरी से पुन: जेई टीकाकरण का प्रथम चरण प्रारंभ होने जा रहा है। द्वितीय चरण 15 मई से 15 जून तथा तृतीय चरण 1 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जाएगा।
योगी ने कहा कि इस बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए 5 विभागों-पंचायती राज, स्वास्थ्य, बेसिक शिक्षा, आईसीडीएस एवं आपूर्ति विभाग में आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि बीमारी के प्रति जनमानस को सावधानी बरतनी चाहिए और इंसेफेलाइटिस के लक्षण दिखते ही तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाकर इलाज शुरू करा देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं का व्यापक विस्तार किया गया है। वहां पर विषाणुजनित बीमारी की खोज के लिए रिसर्च सेंटर बनाया जा रहा है। प्रदेश में स्वच्छता के ²ष्टिगत 2 करोड़ 60 लाख तथा जनपद गोरखपुर में 5 लाख स्वच्छ शौचालय बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश में 11 लाख परिवारों को ग्रामीण क्षेत्र में तथा 8 लाख 60 हजार परिवारों को शहरी क्षेत्र में आवास उपलब्ध कराए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 94 लाख से अधिक परिवारों को नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन दिया गया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश के 35 जनपदों में 100 शैय्यायुक्त एम.सी.एच. विंग का निर्माण किया गया है, जिसमें गोरखपुर जनपद में प्रथम लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि इंसेफेलाइटिस की बीमारी पर काफी नियंत्रण पाया गया है। वर्ष 2017 से 2018 के बीच इस बीमारी में 58 प्रतिशत की गिरावट आई है।
लोकार्पित परियोजनाओं में 100 शैय्यायुक्त एम.सी.एच विंग महिला चिकित्सालय, 100 बेड के टीबी हॉस्पिटल का निर्माण, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अरांव जगदीश उरूवा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपरौली, चौरी चौरा एवं गगहा में मिनी पीआईसीयू की स्थापना तथा शिलान्यास परियोजनाओं में जिला चिकित्सालय में एमआरआई मशीन की स्थापना, जिला महिला चिकित्सालय में ओ.टी. उच्चीकरण, मॉड्युलर ओ.टी. की स्थापना तथा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जिला पुरुष चिकित्सालय में ओ.टी. का उच्चीकरण, मॉड्युलर ओ.टी. की स्थापना शामिल है।


