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कार्यस्थलों पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर आधारित है 'अनम्यूट'
लघु फिल्म 'अनम्यूट' महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर आधारित है, जिसका सामना महिलाओं को कार्यस्थलों पर करना पड़ता है

मुंबई। लघु फिल्म 'अनम्यूट' महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर आधारित है, जिसका सामना महिलाओं को कार्यस्थलों पर करना पड़ता है।
बयान के मुताबिक, यह लघु फिल्म फरहान अख्तर की मर्द (मैन अगेंस्ड रेप एंड डिस्क्रीमिनेशन) और निर्देशक फिरोज अब्बास खान के 'बस अब बहुत हो गया' के सहयोग से पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा जारी की गई छह फिल्मों की श्रृंखला की आखिरी फिल्म है।
पीएफआई की कार्यकारी निदेशक पूनम मुत्तेरेजा का कहना है कि हम एक देश के रूप में अभी भी कार्यस्थलों पर महिलाओं के खिलाफ होने वाले उत्पीड़न को गंभीरता से नहीं ले रहे।
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