संयुक्त राष्ट्र ने नहीं किया रूस के प्रस्ताव का समर्थन
सीरिया में रासायनिक हमले के सिलसिले में जांच को लेकर रूस की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आज एक प्रस्ताव पेश किया गया

युक्त राष्ट्र। सीरिया में रासायनिक हमले के सिलसिले में जांच को लेकर रूस की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आज एक प्रस्ताव पेश किया गया। समर्थन नहीं मिलने के कारण यह प्रस्ताव पारित न हो सका। इस प्रस्ताव का मसौदा रूस की ओर से तैयार किया गया है।
यह प्रस्ताव सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के दोषी का पता लगाने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय जांच को नवीनीकृत करने के लिए पेश किया गया।
संयुक्त राष्ट्र और रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्ल्यू) की ओर से की जा रही संयुक्त जांच की समय सीमा आज समाप्त हो रही थी। इस संयुक्त जांच में यह सामने आया है कि चार अप्रैल को एक हमले में सीरियाई सरकार ने प्रतिबंधित रासायन ‘सैरिन’ का इस्तेमाल किया था।
इस प्रस्ताव पर 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में मतदान हुआ जिसमें चार सदस्यों ने इसके पक्ष में मतदान किया जबकि सात सदस्य देशों ने इसका विरोध किया। चार सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
गौरतलब है कि सुरक्षा परिषद में किसी भी प्रस्ताव को पारित होने के लिए नौ सदस्य देशों का समर्थन हासिल करना हाेता है। इसके अलावा अमेरिका, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और चीन की ओर से वीटो शक्ति का इस्तेमाल भी नहीं किया जाना चाहिए। इससे पहले रूस ने भी एक समान मुद्दे पर प्रतिद्वंद्वी अमेरिकी मसौदा प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया था।


