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केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और राज्यवर्धन सिंह राठौर देश भर के युवाओं को बताएंगे 'अग्निपथ योजना' की खूबियां

अग्निपथ योजना पर देश भर में मचे बवाल के बीच केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर देशभर के युवाओं को 'अग्निपथ योजना' की खूबियों के बारे में बताएंगे

केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और राज्यवर्धन सिंह राठौर देश भर के युवाओं को बताएंगे अग्निपथ योजना की खूबियां
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नई दिल्ली। अग्निपथ योजना पर देश भर में मचे बवाल के बीच केंद्रीय मंत्री वीके सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर देशभर के युवाओं को 'अग्निपथ योजना' की खूबियों के बारे में बताएंगे।

भाजपा ने 'अग्निपथ पे चर्चा' कार्यक्रम के जरिए देशभर के युवाओं को ' अग्निपथ योजना' के बारे में बताने की रणनीति बनाई है। बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री एव ओलंपिक पदक विजेता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर इसे लेकर युवाओं को संबोधित करेंगे।

भाजपा का युवा विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा ने बुधवार 22 जून को सुबह 11 बजे अग्निपथ योजना को बेहतर ढंग से समझाने के लिए एक विशेष वर्चुअल बैठक में अग्निपथ पे चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम में एक लाख से अधिक युवाओं के भाग लेने की उम्मीद है।

आपको बता दें कि, युवा मोर्चा भारत के सभी संगठनात्मक जिलों में इस कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है, जिसमें भाजयुमो के प्रदेश पदाधिकारी, जिला और मंडल पदाधिकारी सक्रिय रूप से भाग लेंगे। कार्यक्रम के लिए भारतीय सेना में शामिल होने के इच्छुक युवाओं को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है।

मोर्चे का यह दावा है कि अग्निपथ योजना के बारे में लोगों में स्पष्टता लाने, अफवाहों और झूठी सूचनाओं को फैलने से रोकने के लिए इस वर्चुअल कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि, भारतीय सेना में सेवा करने के अवसर की तुलना किसी नौकरी या वेतन से नहीं की जा सकती। सेना एक ढाल और एक कृपाण की तरह है जो माँ भारती के हाथों में सुशोभित है। जो आवश्यकता पड़ने पर माँ भारती को माँ काली का रूप देती है। अग्निपथ योजना का उद्देश्य सिर्फ रोजगार पैदा करने से कहीं ज्यादा है। देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने को मात्र रोजगार नहीं कहा जा सकता। मानव शरीर की अंतिम सीमा की परीक्षा यानी विषम परिस्थितियों में मातृभूमि की रक्षा करने वाले कार्य को मात्र कार्य या जॉब नहीं कहा जा सकता। भारतीय सेना में सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है और देश के युवाओं को उस ओर ले जाने वाले पथ का नाम अग्निपथ है।


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