वामपंथ को केंद्रीय मंत्री ने बताया तालिबान की संतान
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज वामपंथ की तुलना तालिबान से करते हुए कहा कि दोनों एक ही विचारधारा से उपजे दो समूह हैं

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आज वामपंथ की तुलना तालिबान से करते हुए कहा कि दोनों एक ही विचारधारा से उपजे दो समूह हैं और दोनों का काम करने का तरीका एक जैसा है, दोनों की एक ही कार्यशैली है कि जो उनके विचार को न माने उसे बलपूर्वक विचार मानने को मजबूर किया जाए और जो न माने उसकी हत्या कर दी जाए। केरल हिंसा के विरोध में भाजपा की जन रक्षा यात्रा में आठवें दिन बाहरी दिल्ली के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि केरल में एक ऐसी सरकार है जिसकी बुनियाद भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं की लाशों पर रखी हुई है।
उन्होंने कहा कि वहां के मुख्यमंत्री खुद एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता की हत्या के मुकदमे में आरोपी है। उन्होंने कहा कि मैंने केरल के कार्यकर्ताओं के साथ काम किया केरल के देवतुल्य कार्यकर्ता वामपंथी हिंसा के तूफान में भी राष्ट्रवाद की अलख जगाए हुए हैं।
श्री नड्डा ने कहा कि कोई भी संगठन या समूह एक विचारधारा से जन्म लेता है और तालिबान एवं वामपंथ दोनों की विचारधारा हिंसा, नफरत और आतंक का पर्याय हैं। इस तरह की विचारधारा किसी भी सभ्य राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए गंभीर खतरा है। पूरे विश्व से इस विचारधारा का एक.एक कर अंत हो रहा है और भारत के केरल में ऐसी देश विरोधी हिंसा का अंत जरूरी है।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने कहा कि बरसों से भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता अपना बलिदान देकर केरल में राष्ट्रवाद की स्थापना के लिए संघर्ष कर रहे हैं, मैं ऐसे ही आंदोलन में केरल के उस जिले में गया था यहां से वहां के मुख्यमंत्री पी विजयन चुन कर आते हैं। मुख्यमंत्री के गांव में मैं एक ऐसी मां से मिला जिसने राष्ट्रवाद के लिए संघर्ष करते हुए पहले अपना पति और उसके बाद अपना बेटा खोया, स्कूल के बच्चों के सामने राष्ट्रवाद की बात करने पर अध्यापक के 52 टुकड़े कर दिए गए ऐसी विचारधारा राष्ट्र निर्माण नहीं आतंक का माहौल पैदा करती है। कार्यकर्ता नफरत और आतंक के सामने घुटने नहीं टेकेंगे क्योंकि अब वे अकेले नहीं भाजपा के 11 करोड़ कार्यकर्ता केरल के कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हैं। प्रदर्शन में सांसद उदित राज, सरदार अरविंदर सिंह लवली सहित कई नेता शामिल हुए।


