केंद्रीय मंत्री ने जेएनयू में छात्रावास के निर्माण कार्य की समीक्षा की
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित जेएनयू के परिसर में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए बनाए जाने वाले छात्रावास के निर्माण कार्य की समीक्षा की

नई दिल्ली। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के परिसर में पूर्वोत्तर क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए बनाए जाने वाले छात्रावास के निर्माण कार्य की समीक्षा की। डॉ. जितेन्द्र सिंह ने जेएनयू परिसर में बनाए जाने वाले इस छात्रावास की इमारत के निर्माण स्थल का अवलोकन किया। केंद्रीय मंत्री ने पिछले वर्ष इस छात्रावास की आधारशिला रखी थी।
इस परियोजना के लिए अनुमानित बजट लगभग 28.30 करोड़ रुपये है। इस छात्रावास में 224 कमरे होंगे और इनमें कुल मिलाकर 424 छात्र रह सकेंगे। कुल 224 कमरों में से 24 कमरे दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए निर्धारित या आवंटित किए जाएंगे। शेष कमरे समान संख्या में छात्रों एवं छात्राओं को आवंटित किए जाएंगे। यह चार मंजिला छात्रावास लगभग डेढ़ एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा।
पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा, " पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्राथमिकता रहा है।"
इस अवसर पर उन्होंने अन्य परियोजनाओं का भी उल्लेख किया जिसमें बेंगलुरू विश्वविद्यालय में पूर्वोत्तर क्षेत्र की छात्राओं के लिए छात्रावास का निर्माण कराना और नई दिल्ली स्थित द्वारका में पूर्वोत्तर सांस्कृतिक एवं सूचना केन्द्र की स्थापना करना भी शामिल है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के अन्य क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी इस छात्रावास में समायोजित किया जाएगा, ताकि वे एक-दूसरे से घुल-मिल सकें और उनके बीच सद्भाव विकसित हो सके। मंत्री ने संबंधित विभागों से इस परियोजना के निर्माण कार्य में तेजी लाने और समयबद्ध ढंग से निर्माण कार्य पूरा करने को भी कहा।
जेएनयू के कुलपति प्रो. एम. जगदीश कुमार ने कहा, "जेएनयू में 8500 से अधिक विद्यार्थी हैं जिनमें से लगभग 10 प्रतिशत विद्यार्थी पूर्वोत्तर क्षेत्र के हैं।"
उन्होंने कहा कि जेएनयू के परिसर में इन विद्यार्थियों के लिए छात्रावास के निर्माण की दिशा में कार्य प्रगति पर है और वन विभाग एवं दिल्ली शहरी कला आयोग सहित विभिन्न विभागों से मंजूरियां प्राप्त की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के अगले 1-2 महीनों में शुरू होने की संभावना है।


