गगनयान कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी
अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजने के भारत के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को प्रोत्साहन देते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10,000 करोड़ रुपये के 'गगनयान कार्यक्रम' को मंजूरी प्रदान कर दी है

नई दिल्ली। अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजने के भारत के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम को प्रोत्साहन देते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 10,000 करोड़ रुपये के 'गगनयान कार्यक्रम' को मंजूरी प्रदान कर दी है। इस कार्यक्रम के तहत अंतरिक्ष में दो मानवरहित यानों के साथ-साथ एक यान ऐसा भेजने की परिकल्पना है, जिसमें अंतरिक्ष यात्री भी होंगे। मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी देते हुए शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, "वर्ष 2022 तक तीन भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को सात दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को गगनयान कार्यक्रम की घोषणा की थी।
गगनयान कार्यक्रम के लिए कुल 10,000 करोड़ रुपये की आवश्यकता है, जिसमें प्रौद्योगिकी विकास लागत, विमान हार्डवेयर प्राप्ति तथा आवश्यक ढांचागत तत्व शामिल हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पास जहां एक तरफ उद्योग के जरिए विमान के हार्डवेयर जुटाने की जिम्मेदारी होगी, वहीं राष्ट्रीय एजेंसियां, प्रयोगशालाएं और शिक्षा जगत के लोग चालक दल के सदस्यों को प्रशिक्षण देने, मानव जीवन विज्ञान प्रौद्योगिकी विकसित करने की पहलों के साथ ही डिजाइन समीक्षा में हिस्सा लेंगे।


