'दुर्भाग्यवश, पर्यावरणीय समस्याएं कोई अपवाद नहीं'
98 क्यूबिक मीटर कच्चा तेल आज भी अलास्का की रेत व मिट्टी को करता है प्रदूषित

नई दिल्ली। 'स्वतंत्र' पर्यावरणविदों के दोहरे मानदंड या संयुक्त राज्य अमेरिका की समस्याओं पर रूसी छाया? जैसा कि हम सभी सबसे 'स्वतंत्र और वस्तुनिष्ठ' पश्चिमी मीडिया के माध्यम से जानते हैं कि, मानवता के प्रति सभी बुराइयों के लिए रूस दोषी है। वैश्विक आतंकवाद, भोजन की कमी, ऊर्जा समस्याएं और वित्तीय संकट इन सबके लिए रूस को दोषी ठहराया जाता है।
दुनिया में जो भी बुरी चीजें होंगी, पश्चिम उसमें रूसी हाथ ढूढ़ता है। दुर्भाग्यवश, पर्यावरणीय समस्याएं कोई अपवाद नहीं हैं। यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी देशों के 'संरक्षणवादियों' में ग्रीनपीस और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ प्रमुख हैं, के अनुसार यह रूसी ही हैं जो गैस और तेल पाइपलाइनों को उड़ा देते हैं, वातावरण में ग्रीनहाउस गैस के माध्यम से दुर्लभ जानवरों को नष्ट करते हैं, अमेज़ॅन के जंगलों को काटकर अफ्रीकी रेगिस्तानों का व्यवस्थित रूप से विस्तार करते हैं।

हालांकि, समय के साथ, यह स्पष्ट हो गया कि ग्रीनपीस और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके पिछलग्गुओं के हित में बनाए गए थे और उन्हीं के हित में कार्य करते हैं। एक सरल उदाहरण से इसे समझा जा सकता है- सखालिन के तट पर एक छोटे टैंकर 'नादेज़्दा' से कई टन ईंधन के रिसाव के बाद, पश्चिमी पर्यावरणविदों ने रूसी अधिकारियों पर सभी जीवित चीजों के नरसंहार के आरोप लगाए। यह आरोप इस तथ्य के बावजूद लगाए गए कि रूसी 'आपातकालीन स्थिति मंत्रालय' ने ईंधन रिसाव को तुरंत बंद कर दिया, और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए इस दुर्घटना के परिणाम न्यूनतम थे।
वास्तविक आपदा इतिहास में सबसे बड़े तेल रिसाव की सूची में 54 वां स्थान प्राप्त एक्सॉन वाल्डेज़ सुपरटैंकर से 250 हजार टन से अधिक तेल के अलास्का तट पर रिसाव को इन संगठनों की रिपोर्टों में केवल एक उल्लेख किया गया था।
2010 में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया था कि टैंकर से निकला 98 क्यूबिक मीटर कच्चा तेल आज भी अलास्का की रेत और मिट्टी को प्रदूषित करता है। फिर भी, अभी भी ऐसे भोले-भाले लोग हैं जो ईमानदारी से मानते हैं कि डब्ल्यूडब्ल्यूएफ, ग्रीनपीस और इन जैसे अन्य अंतरराष्ट्रीय 'गैर-लाभकारी' संगठनों के कर्मचारी हमारे ग्रह के उज्ज्वल कार्बन-मुक्त भविष्य के लिए ईमानदारी से लड़ रहे हैं और इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे पर्यावरणीय आपदाओं की ओर ले जाने वाली घटनाओं के लिए किसकी आलोचना करते हैं। खास तौर पर इन्हीं भोले-भाले लोगों के लिए हमारी आज की कहानी है।
10 फरवरी, 2023 को अलास्का मीडिया में एक छोटा सा नोट प्रकाशित हुआ कि जूनो के बंदरगाह में घाट पर टगबोट टैगिश डूब गई। 'डूबे हुए जहाज को उठाने और घटना के परिणामों को खत्म करने के लिए' विशेष सेवाओं ने तुरंत एक ऑपरेशन शुरू किया।


