'देश में बेरोजगारी नहीं आबादी है सबसे बड़ी समस्या'
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) गिरिराज सिंह ने हस्तशिल्प मेले में कहा कि देश में बेरोजगारी नहीं बल्कि बढ़ती आबादी बड़ी समस्या है

ग्रेटर नोएडा। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) गिरिराज सिंह ने हस्तशिल्प मेले में कहा कि देश में बेरोजगारी नहीं बल्कि बढ़ती आबादी बड़ी समस्या है। मुस्लिम देशों में आबादी नियत्रंण के लिए कानून होना चाहिए। इसके लिए सभी को आगे आना होगा।
केंद्रीय मंत्री शनिवार को एक्सपोमार्ट में चल रहे आईएचजीएफ दिल्ली वसंत मेले में कहा कि 134 करोड़ की आबादी में अगर 2-4 करोड़ लोगों को रोजगार मिलता है तो वह बहुत कम लगता है, लोगों को सरकारी नौकरी ही रोजगार लगता है। देश में सबसे बड़ी समस्या बढ़ती आबादी है, इसे रोकना होगा। आबादी इतनी हो गई है कि मेट्रो में घुस जाओ तो योग अपने आप हो जाता है। चीन में 1 मिनट में 11 बच्चे पैदा होते हैं जबकि भारत में यह आंकड़ा 29 तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प को बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें लोगों को घरों में रोजगार मिलता है।
नोटबंदी से लोगों को कठिनाई हुई लेकिन यह निर्णय एक तरह से नए घर में प्रवेश करने जैसा था। बिहार को बदनाम ना करें राजद नेता लालू यादव के पुत्र के बयान कि उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की गई के सवाल पर गिरिराज सिंह ने कहा कि वह बिहार को बदनाम कर रहे हैं। यह गलत है, अगर उन्हें किसी ने जहर दिया है तो उसका नाम बताएं, सरकार कार्रवाई करेगी। गिल्ड सर्टिफाइड फे्रमर्स परीक्षा में उत्तीर्ण कारीगर स मानित उच्च कौशल और कारीगरी की गुणवत्ता प्रदान करने के लिए लॉयन इंडिया ने भारत में लंदन के फाइन आर्ट ट्रेड गिल्ड के साथ मिलकर प्रशिक्षण कार्यक्रम किया।
यह प्रशिक्षण कोलकाता में पिछले साल 6 से 12 नवम्बर तक चला। देशभर 20 प्रतिभागी इसमें शामिल हुए। 12 प्रतिभागी गिल्ड सर्टिफाइड फे्रमर्स परीक्षा में उत्तीर्ण हुए। केंद्रीय मंत्री ने सभी को सम्मानित किया। ईपीसीएच के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए, केंद्रीय मंत्री ने आशा व्यक्त की कि हस्तशिल्प का निर्यात बहुत जल्द ही 30,000 करोड़ रुपए को पार कर जाएगा। एमएसएमई मंत्री ने यह भी बताया कि वो स्पिनिंग में प्रोद्योगिकी को लाए हैं और आशा व्यक्त की कि इससे एमएसएमई के क्षेत्र में 5 करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा। देश में 70 लाख आर्टिजेन्स लगे हुए जो हैडीक्राफ्ट के प्राण हैं।


