अंडरपास शुरू, वाहन चालकों को राहत
सेक्टर-24, 25ए, 32, 33ए अंडरपास को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया

नोएडा। हरी झंडी व लील रिबन काटने के महज 5 मिनट बाद शहरवासियों को एडोब चौराहे से सेक्टर-49 तक सिग्नल फ्री यातायात मिल गया।
यहां सालो से बन रहे सेक्टर-24, 25ए, 32, 33ए अंडरपास का औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। अंडरपास खुलने के साथ ही वाहन चालकों ने यह रास्ता महज 10 मिनट में तय किया। इसे तय करने में पहले 20 से 25 मिनट तक समय लग रहा था।
इसके साथ ही सेक्टर-91 औषधी पार्क की सौगात भी शहरवासियों को मिल गई। इस पार्क की विशेषता यहा मानव अंगों के अनुसार पार्क में औषधीय पेड़ों को लगाया गया है।
सुबह ग्यारह बजे औद्योगिक विकास मंत्री, केंद्रीय मंत्री व विधायक के साथ नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन व ओएसडी, महाप्रबंधक समेत तमाम अधिकारी अंडरपास पहुंचे। यहा ग्यारह बजे अंडरपास पर बने शिलापट्ट का लोकार्पण किया गया।
इसके बाद लाल रिबन काटकर अंडरपास को वाहन चालकों के लिए खोल दिया गया। यह शहर का पहला अंडरपास है जिसकी दोनों दीवारों को कलाकृतियों से संजोया गया है। करीब 640 मीटर लंबे अंडरपास का निर्माण 30 जून 2015 को शुरू किया गया।
इसे 2016 में बनकर तैयार होना था। लेकिन अंडरपास के स्लैब के रास्ते पानी, सीवर की लाइने थी। जिनको विस्थापित करने में काफी समय लग गया। लिहाजा कई महीनों तक काम बंद रहा। ऐसे में इसका काम अक्टूबर 2018 में पूरा किया गया।
इसके निर्माण में 55 करोड़ रुपए खर्च किए गए। चार लेन के अंडरपास खुलने के साथ ही एडोब से सेक्टर-49 लाइट तक यातायात सिग्नल फ्री हो गया। वहीं, अंडरपास की दोनों स्लीप रोड को पहले ही खोल दिया गया था।
औषधी पार्क में क्या है खास
सेक्टर-91 स्थित हर्बल पार्ककी सौगात शहरवासियों को मिल गई। यहा निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। 25 एकड़ क्षेत्र में बन रहे पार्क के निर्माण में कुल 23.94 करोड़ रुपए खर्च किए गए। यह पहला ऐसा पार्क होगा जिसमें ओपन एम्फी थियेटर भी बनाया जा रहा है।
यहां हर्बल व औषधीय पौधों को लगाया गया है। इसके साथ ही पार्क में पाथवे, हट, घुमावदार रास्ते, पाद्घकग, झील, वाटर बॉडिज, लिली पॉन्ड आदि बनाने का कार्य पूरा किया जा चुका है। पार्क में मानव शरीर के अंगों से संबंधित बीमारियों को दूर करने के लिए क्लस्टरवार अलग-अलग पौधों का रोपण किया गया है।
इनमें इमली, बहेड़ा, रीठा, करी पत्ता, चंदन, अर्जुन, आंवला, बेल, आम, अमरूद, अमलताश, टेशू, नीम कचनार, पपीता, चम्पा, कदम्ब, चीकू के अलावा कई दर्जन प्रजातियों के पौधों को लगाया गया है।
इस मौके पर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि जल्द ही शहर को दो अन्य पार्कों की सौगात मिलने जा रही है। हम शहर की रूप रेखा को इस तरह से सुनयोजित करेंगे ताकि राष्ट्रीय रैकिंग में शहर का नाम नबंर एक पर हो।
दिसंबर व जनवरी में कई ऐसे नई योजनाएं लाई जाएंगी जिससे शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप दिया जा सके।


