आईएमएफ के दबाव में पाकिस्तान पॉलिसी दर में 2 फीसदी इजाफा करेगा
पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट से गुजर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के समक्ष नीतिगत दर (पॉलिसी दर) में 2 प्रतिशत की वृद्धि करने पर सहमत हो गया है

इस्लामाबाद। पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट से गुजर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के समक्ष नीतिगत दर (पॉलिसी दर) में 2 प्रतिशत की वृद्धि करने पर सहमत हो गया है। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। जियो न्यूज के मुताबिक, आईएमएफ के साथ वर्चुअल बातचीत शुक्रवार को देर रात तक जारी रही, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय ऋणदाता के अधिकारियों ने हर पहलू की 'श्रमपूर्वक समीक्षा' की।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान अपनी नीतिगत दर में 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने पर सहमद हो गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह इस समय 17 प्रतिशत है।
सूत्रों ने यह भी कहा कि बिजली क्षेत्र में सुधारों के विवरण को अंतिम रूप दिया जा रहा है और समझौते के बाद एक स्टाफ-लेवल एग्रीमेंट (एसएलए) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
बिजली क्षेत्र अब तक एक बाधा बना हुआ है, क्योंकि यह पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच प्रमुख बाधाओं में से एक बन गया है।
सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने ऋणदाता को जून तक बाहरी वित्तपोषण के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी है।
जियो न्यूज के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि आश्वासन पाने के लिए आईएमएफ उन देशों के साथ भी बातचीत कर रहा है। पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिति के बारे में कोई चर्चा नहीं हो रही है।
पाकिस्तानी अधिकारी नीतिगत ढांचे के मुद्दों पर फरवरी की शुरुआत से आईएमएफ के साथ बातचीत कर रहे हैं और एक कर्मचारी-स्तरीय समझौते (स्टाफ-लेवल एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद कर रहे हैं, जो अन्य द्विपक्षीय और बहुपक्षीय उधारदाताओं से अधिक प्रवाह का मार्ग प्रशस्त करेगा।
जियो न्यूज के अनुसार, एक बार सौदे पर हस्ताक्षर हो जाने के बाद ऋणदाता 2019 में सहमत हुए 6.5 अरब डॉलर के बेलआउट में से 1 अरब डॉलर से अधिक की किस्त का भुगतान करेगा।


