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ओडिशा: नवीन पटनायक ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप, चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की

ओडिशा की नुआपड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए मतदान 11 नवंबर को होगा। इसी बीच बीजेडी प्रमुख और ओडिशा के नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने आरोप लगाया कि भारत निर्वाचन आयोग के स्पष्ट दिशानिर्देशों के बावजूद भाजपा के बाहरी नेता और कार्यकर्ता अब भी निर्वाचन क्षेत्र में सक्रिय हैं

ओडिशा: नवीन पटनायक ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप, चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की
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ओडिशा: बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक ने की निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग, भाजपा पर लगाए आरोप

ओडिशा। ओडिशा की नुआपड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए मतदान 11 नवंबर को होगा। इसी बीच बीजेडी प्रमुख और ओडिशा के नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने आरोप लगाया कि भारत निर्वाचन आयोग के स्पष्ट दिशानिर्देशों के बावजूद भाजपा के बाहरी नेता और कार्यकर्ता अब भी निर्वाचन क्षेत्र में सक्रिय हैं और मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "एक सच्चे लोकतंत्र की पहचान स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों से होती है, लेकिन नुआपड़ा में मतदान से 48 घंटे पहले शुरू हुई मौन अवधि के दौरान गंभीर उल्लंघन सामने आ रहे हैं। इसके अलावा प्रशासन द्वारा माओवादी प्रभावित इलाकों में मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है।"

बीजद प्रमुख ने यह भी दावा किया है कि जब स्थानीय नेताओं ने इन कथित गतिविधियों का विरोध किया, तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उनके अनुसार, यह जिला प्रशासन और पुलिस की पक्षपातपूर्ण भूमिका को दर्शाता है, जिससे चुनावी निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

नवीन पटनायक ने कहा, "यदि ऐसी कार्रवाइयां जारी रहीं तो नुआपड़ा में होने वाला उपचुनाव लोकतांत्रिक मूल्यों को ठेस पहुंचा सकता है और जनता का चुनावी प्रक्रिया से विश्वास डगमगा सकता है।"

उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि चुनाव आयोग के नियमों को सख्ती से लागू कराया जाए और सभी बाहरी राजनीतिक नेताओं को तत्काल निर्वाचन क्षेत्र से हटाया जाए। इसके साथ ही जिला प्रशासन और पुलिस को निष्पक्षता बरतने के निर्देश दिए जाएं।

पटनायक ने कहा, "भारत का लोकतंत्र हमारे पूर्वजों के बलिदानों की विरासत है और इसकी पवित्रता बनाए रखना हर संस्था, विशेषकर चुनाव आयोग का दायित्व है।" उन्होंने नुआपड़ा उपचुनाव की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए तत्काल और ठोस कार्रवाई की अपील की।

नुआपाड़ा विधानसभा उपचुनाव को लेकर प्रशासन द्वारा कुल 101 बूथों को संवेदनशील और 57 को अत्यंत संवेदनशील घोषित किया है। इन इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है।


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