दोहरे हत्याकांड के दो बदमाश पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार
पुलिस हिरासत से भागने के बाद पुलिस ने बदमाशों को मुठभेंड़ के दौरान पकड़ लिया

ग्रेटर नोएडा। पुलिस हिरासत से भागने के बाद पुलिस ने बदमाशों को मुठभेंड़ के दौरान पकड़ लिया। दोनों बदमाशों की पहचान योगेश व सुखमीत निवासी शिव वाटिका दादरी के रूप में हुई है। दोनों बदमाश बीते तीन सितम्बर को सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के जुनपत गांव के समीप दो युवकों की गोली मार कर हत्या कर दी थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ के दौरान पता चला कि बदमाश सुखमीत के चचेरे भाई लड्डू उर्फ सतेन्द्र की 28 मई को गोली मार हत्या कर दी गई थी।
इस मामने में सुखमीत को शक था कि राहुल ने उसके भाई की हत्या की है। इसके साथ ही दूसरे बदमाश योगेश को भी राहुल पर शक था कि राहुल ने दादरी के शोरूम लूट कांड में पुलिस की मुखबिरी की है। जिसके चलते वह जेल गया। वहीं लूट के मामले में जेल जाने से योगेश अपनी बहन की शादी में शामिल नहीं हो पाया था। एसएसपी ने बताया कि इसलिए दोनों बदमाशों ने राहुल की हत्या करने की योजना बनाई। वहीं राहुल के साथी कुलदीप की हत्या बदमाशों ने इसलिए कर दी कि पुलिस को मामले की जानकारी न हो।
पुलिस की हिरासत से भागे थे बदमाश
पुलिस ने वारदात के पर्दाफाश के लिए कई टीमे लगाई थी। सोमवार देर रात दादरी पुलिस ने मामले में संदिग्ध सुखमित को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। सुखमित पुलिस के जांच दल के साथ हत्या में प्रयोग किए गए तमंचा के पास ले गया था। जहां पर वह पुलिस को चकमा देकर योगेश के पास चला गया। वहां दोनों कार में सवार होकर भागने लगे। इस दौरान जुनपत के समीप पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
बेवजह मारा गया कुलदीप
पकड़े गए दोनों बदमाश योगेश व सुखमित पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट समेत दर्जन भर मुकदमे दर्ज है। दोनों बदमाशों को राहुल पर पुलिस की मुखबिरी व भाई की हत्या करने का शक था। इस वजह से योगेश और सुखमित ने राहुल की हत्या करने की योजना बनाई।
इसमें सुखमित ने एक सौरभ राणा नाम के व्यक्ति को भी शामिल किया। सौरभ राणा अभी फरार पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वारदात वाले दिन सुखमित ने योगेश से कहा कि राहुुल को जुनपत गांव के समीप लेकर आओ। योगेश ने राहुल और उसका दोस्त कुलदीप को साथ लेकर वारदात स्थल पर लेकर आया। जहां पर पहले से मौजूद सुखमित और सौरभ राणा ने राहुल की हत्या कर दी। इसके बाद बदमाशों ने राहुल के साथी छात्र कुलदीप को महज इस वजह से मार दिया कि अगर इसको जिंदा छोड़ दिया तो वह पुलिस को सब कुछ बता देगा।


