चोरी करने वाले गिरोह के दो बदमाश गिरफ्तार, एक फरार
नोएडा व गाजियाबाद में बंद मकानों का ताला तोड़कर चोरी करने वाले गिरोह के दो बदमाशों को कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने गिरफ्तार किया है

नोएडा। नोएडा व गाजियाबाद में बंद मकानों का ताला तोड़कर चोरी करने वाले गिरोह के दो बदमाशों को कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाशों का सलारपुर यूटर्न के पास वाहन जांच के दौरान पकड़ा।
गिरोह का सरगना पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा। पुलिस ने इनके कब्जे से लाखों रुपए की ज्वैलरी, नकदी, कीमती सामान और ताला तोड़ने का औजार बरामद किया है।
एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार रात सलारपुर यू-टर्न के पास वाहन जांच कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने बाइक पर सवार तीन युवकों को रुकने का इशारा किया। पुलिस को देख बदमाशों ने बाइक दौड़ा दी, पुलिस ने पीछा कर दो बदमाशों को पकड़ लिया, वहीं तीसरा बदमाश भागने में सफल रहा।
एसपी सिटी ने बताया कि पकड़े गए बदमाश की पहचान विक्रम सिंह निवासी भरतपुर राजस्थान व अक्षय निवासी हापुड़ के रूप में हुई। फिलहाल दोनों बरौला गांव में किराए के मकान में रह रहे थे।
आरोपियों के कब्जे से आधा दर्जन एलसीडी व एलईडी, लैपटॉप, म्यूजिक सिस्टम, घड़ी, कैमरा, डॉंगल, पीली धातु की ज्वैलरी, कटर और एक अपाची बाइक बरामद हुई है। पकड़े गए चोरों का एक साथी विशाल निवासी सदरपुर अभी फरार है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि, दोनों आरोपी घरों की रेकी करने के बाद वारदात को अंजाम देते थे। इससे पहले आरोपी कोतवाली सेक्टर-49 से जेल जा चुके है।
दोनों आरोपियों को खिलाफ गाजियाबाद और नोएडा में एक दर्जन से ज्यादा केस रजिस्टर्ड है। पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि वह भगवान की पूजा करने के बाद चोरी करने जाते थे। चोरी करने के बाद वह मंदिर जाकर अपनी सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते थे। बदमाशों ने 26 जनवरी को सेक्टर 44 में इंजीनियर नेहा के बंद मकान का तोडक़र चोरी की थी। जिसके बाद इंजीनियर ने अज्ञात चोरों के खिलाफ कोतवाली सेक्टर 39 में मुकदमा दर्ज कराया था।
नोएडा और गाजियाबाद के 15 मकानों का तोड़ चुके हें ताले
एसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गए बदमाश नोएडा और गाजिसाबाद में 15 बंद मकान के ताले तोड़ चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं। मकान का ताला तोडऩे से पहले से बदमाश इलाके की रेकी करते थे। पूरी तरह सुनिश्चित होने के बाद बदमाश वारदात को अंजाम देते थे।


