रेलवे पटरी के जोड़ पर सिक्का लगाकर ट्रेन लूटने वाले दो बदमाश गिरफ्तार
अगर आप रात में ट्रेन में सफर कर रहे हैं और ट्रेन स्टेशन के पास ना रूककर किसी सूनसान इलाके में रूकी हो तो आप समझ जाना कि लुटेरे आसपास ही लूट की घटना को अंजाम देने की फिराक में होंगे

ग्रेटर नोएडा। अगर आप रात में ट्रेन में सफर कर रहे हैं और ट्रेन स्टेशन के पास ना रूककर किसी सूनसान इलाके में रूकी हो तो आप समझ जाना कि लुटेरे आसपास ही लूट की घटना को अंजाम देने की फिराक में होंगे। सूरजपुर और रेलवे पुलिस की संयुक्त टीम ने बोड़ाकी और दादरी के पास चलती ट्रेन को पटरी के जोड़ के बीच में सिक्का डालकर ट्रेन रोकने के बाद यात्रियों को लूटने वाले गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं।
जबकि गैंग के दो अन्य सदस्य अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए। पुलिस ने पकड़े गए लुटेरों के पास से दो रुपए का एक सिक्का, तमंचा और एक चाकू बरामद किया हैं। सूरजपुर कोतवाली व दादरी रेलवे पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर एक ऐसे गैंग को पकड़ा हैं जो कि चलती ट्रेन को रोक कर यात्रियों के साथ लूटपाट की घटना को अंजाम देते थे। पुलिस ने बताया कि उनको कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि कुछ बदमाश दादरी और बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के बीच में रेलवे सिग्नल को किसी तरह से लाल कर ट्रेन को रोक देते और यात्रियों के साथ लूटपाट कर फरार हो जाते थे। पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और जिस जगहों पर टे्रन रूका करती थी उन जगहों पर कैमरा लगाकर बदमाशों की हरकतों को कैद कर लिया।
कैमरे में दिख रहे बदमाश ट्रेन की पटरी के जोड़ों के बीच में दो रुपए का सिक्का डालकर सिग्नल लाल कर देते और ट्रेन को रोककर दोनो तरफ चार पंाच बदमाश घुस जाते थे व यात्रियों को लूटकर दो मिनट में फरार हो जाते थे। इधर लाइनमैन दो मिनट में सिग्नल को हरा कर देता जिससे ट्रेन चली जाती थी। पुलिस ने बझेडा गांव जिला बुलंदशहर निवासी राजन पुत्र हरवंश और दिनेश पुत्र शीशपाल को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके पास से घटना को अंजाम देने वाले दो रुपए का सिक्का,एक तमंचा और चाकू बरामद किया हैं। गैंग के दो और साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गए। पुलिस ने पकड़े हुए दोनों बदमाशों को रेलवे एक्ट के तहत जेल भेज दिया हैं।
क्षेत्राधिकारी प्रथम प्रथम अमित किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों को लूट के मामले में जेल भेजा रहा हैं। इस मामले में पुलिस ने खुद अपनी टीम को लगाकर मामले का खुलासा किया हैं। इन दोनों ने 16 और 26 अक्टूबर की रात को ट्रेन रोककर लूटने की बात कबूली गई हैं।
पटरी के बीच में सिक्का डालने कैसे रूकती थी ट्रेन
पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि वो सिग्नल के पास पटरी के बीच में जोड पर सिक्के को डालने के बाद जब ट्रेन आती थी तो वो जोड आपस में जुड़ते थे और बीच में सिक्का होने के कारण सिग्लन को अर्थ मिलता था जिसके कारण सिग्नल अपने आप ही लाल हो जाता था। जिसके कारण ट्रेन चालक गाड़ी को रोक देता और लाइनमैन जिसको दो मिनट में सही कर देता जिसके बाद सिग्लन दोबारा से हरा हो जाता था।
कई जगहो पर दे चुके थे घटना को अंजाम
पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि वो कई जिलों में टे्रन को रोक कर लूट की घटना को अंजाम देते थे। पकड़े गए राजन ने बताया कि वो रामपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्व नगर में घटना करने की बात कबूल की हैं।


