23 लाख के तेंदूपत्ता की ठगी, ट्रक व मोबाइल के फर्जी नंबर
तेंदूपत्ता से भरा ट्रक पश्चिम बंगाल के मालदा पहुंचने की बजाय रास्ते से गायब हो जाने के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है।

कोरबा। तेंदूपत्ता से भरा ट्रक पश्चिम बंगाल के मालदा पहुंचने की बजाय रास्ते से गायब हो जाने के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। तेंदूपत्ता, ट्रक बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया है। इस फर्जीवाड़ा में प्रयुक्त ट्रक, चालक और उसका मोबाईल नंबर तीनों फर्जी थे। पश्चिम बंगाल प्रान्त के अंतिम सीमा और बांग्लादेश की सीमा से लगे मुर्शिदाबाद जिला के औरंगाबाद में हुई पूरी कार्रवाई में टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी और विपरीत हालातों से भी जूझना पड़ा।
जानकारी के अनुसार बिलासपुर निवासी तेंदूपत्ता व्यवसायी संदीप केडिया ने 25 जनवरी को रामपुर चौकी में लिखित शिकायत की थी कि 13 जनवरी को शर्मा ट्रांसपोर्ट कंपनी खरसिया के ट्रक क्रमांक- सीजी 15 एसी 3889 के माध्यम से उसने वन विभाग के तेंदूपत्ता गोदाम से पश्चिम बंगाल मालदा के लिए तेंदूपत्ता रवाना किया था। चालक कमलेश ट्रक लेकर रवाना हुआ किन्तु 26 जनवरी तक तेंदूपत्ता भरे 310 बोरी को गंतव्य पर नहीं पहुंचाया। शिकायत पर धारा 420, 407 भादवि का जुर्म दर्ज कर एसपी मयंक श्रीवास्तव, एएसपी तारकेश्वर पटेल के मार्गदर्शन में व सायबर सेल की मदद से एसआई चंद्रशेखर बारीक के नेतृत्व में टीम के द्वारा पतासाजी शुरू की गई।
ट्रक मालिक ने बिलासपुर में बदला था नंबर प्लेट
पुलिस ने सबसे पहले संदिग्ध ट्रक चालक कमलेश का पता लगाया। उसका वास्तविक नाम और मोबाईल नंबर फर्जी लिखाया गया था। तेंदूपत्ता परिवहन में लगे ट्रक का नंबर भी फर्जी था। ट्रक के मालिक का पता लगाने पर वह मो. नईम खां पिता मो. निजाम खां निवासी चुमरा, रामानुजगंज जिला बलरामपुर का होना पाया गया। रामानुजगंज विजय नगर से उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। नईम की निशानदेही पर ट्रक क्रमांक- सीजी 15 एसी 3889 को बरामद किया गया, जिसका वास्तविक नंबर- सीजी 15 ए 9686 है। नईम ने बताया कि तेंदूपत्ता लोड करने से पहले बिलासपुर में ट्रक का नंबर प्लेट नंबर बदला गया था।
ट्रक का असली नंबर, फर्जी नंबर प्लेट व दस्तावेज जब्त किए गए। 310 बोरी तेंदूपत्ता व ट्रक को कोरबा से लेकर नईम खां ट्रक अंबिकापुर-रांची होते हुए पश्चिम बंगाल को मुर्शिदाबाद बाण्डी गोदाम के पास पहुंचा व खपाया। पश्चिम बंगाल के रफीक उल शेख उर्फ जॉनी के माध्यम से तेंदूपत्ता खपाकर रूपए लिया। पुलिस ने आरोपी नईम को सीजेएम न्यायालय से पुलिस रिमांड पर लेने के बाद विशेष टीम को पश्चिम बंगाल रवाना किया, जहां मुर्शिदाबाद से रफीक उल उर्फ जॉनी पिता फजल शेख उल हक 34 वर्ष को गिरफ्तार किया। दोनों की निशानदेही पर 292 बोरी तेंदूपत्ता, 50 हजार नगद कुल कीमत 23 लाख को बरामद किया। आरोपी रफीक उल हक को जंगीपुर की स्थानीय अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर कोरबा लाया गया। आज दोनों आरोपियों को न्यायालय से न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
2600 किमी दूर से लाये आरोपी
कोरबा पुलिस की विशेष टीम ने इस मामले को सुलझाने में खासी मेहनत की है। कोरबा से 2600 किलोमीटर दूर बांग्लादेश राज्य की सीमा से लगे मुर्शिदाबाद से आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरा माल बरामद करने में सफलता हासिल की जो नि:संदेह सराहनीय है। पूरी विवेचना में कोतवाली पदस्थ एसआई चंद्रशेखर बारीक, एएसआई सुदामा पाटले, प्रधान आरक्षक कुलदीप तिवारी, आरक्षक रवि कुमार चौबे सायबर सेल, सूरज भारद्वाज का विशेष सहयोग रहा।


