सरकार में तुगलकी फरमान, आधार कार्ड नहीं तो अंतिम संस्कार नहीं
जिंदगी के हर क्षेत्र में आधार कार्ड जरूरी किया हुआ है, चाहे वो मोबाईल फोन, रसोई गैस, बैंक या फिर सरकारी कोई भी कागजात ऐसे में व्यक्ति के मरने के बाद भी शमशान में आधार कार्ड जरूर हो तो कई सवाल खड़े होते

फरीदाबाद। जिंदगी के हर क्षेत्र में आधार कार्ड जरूरी किया हुआ है, चाहे वो मोबाईल फोन, रसोई गैस, बैंक या फिर सरकारी कोई भी कागजात ऐसे में व्यक्ति के मरने के बाद भी शमशान में आधार कार्ड जरूर हो तो कई सवाल खड़े होते हैं।
मगर ऐसा भी फरीदाबाद में हो चुका है। नहरपार क्षेत्र मवई रोड़ पर बना हुआ स्वर्ग आश्रम जिसमें एक नहीं दो नहीं पूरे तीन बोर्ड लगे हुए हैं जिनपर बड़े-बड़े अक्षरों में लिख दिया गया है कि मृतक का आधार कार्ड लाना जरूरी है नहीं तो अतिंम संस्कार नहीं होगा।
आदेशानुसार नगर निगम फरीदाबाद। जिसने भी स्वर्ग आश्रम में लगे इस बोर्ड को देखा वह आश्चर्यचकित रह गया। फरीदाबाद के स्वर्ग आश्रम में लगा इस तरह का सूचनात्मक बोर्ड लोगों के लिए हैरतअंगेज बन गया है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
सरकार के जिस विभाग ने भी ऐसा तुगलकी फरमान जारी किया है ये गलत है। जिसके घर में मौत होती है उसका पूरा परिवार गमगीन होता है ऐसे में किसी को कागजात लाने का ध्यान नहीं होता। इतना ही नहीं जिन लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है उनका तो अंतिम संस्कार ही नहीं होगा। कुछ बुजुर्ग ऐसे हैं जिनके फिंगर प्रिंट नहीं मैच हो रहे हैं आंखों की रोशनी टूट चुकी है उनके साथ भगवान न करे ऐसा होता है तो उनका अंतिम संस्कार नहीं हो पाएगा।
शमशान में मृतक को लाने से पहले आधार कार्ड या फिर कोई भी पहचान पत्र लाना जरूरी है। कुछ लोग नाम पता गलत लिखवा देते हैं जिसके चलते उन लोगों को नगर निगम और स्वर्ग आश्रम के चक्कर काटने पड़ते हैं जिससे उनको भी परेशानी होती है इसलिए सही नाम पता लिखने के लिए पहचान पत्र लाना अनिवार्य ही है।
निगम की ओर से ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं हुआ है जिसके चलते शमशान में मृतक का आधार कार्ड जरूरी हो। स्वर्ग आश्रम कमेटी ने खुद ही नगर निगम का नाम प्रयोग किया है जिसकी जांच की जाएगी और बोर्ड को तुरंत हटा दिया जाएगा। अगर भविष्य में ऐसा होता है तो लोगों की सभी बातों और जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा।


