शहीदों के परिवार से ओबामा के मिलने पर ट्रंप ने दी गलतबयानी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में गलत बयान दिया है कि उनके पूर्ववर्ती, बराक ओबामा ने शहीद हुए अमेरिकी सैनिकों के परिवारों से संपर्क नहीं किया था

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मामले में गलत बयान दिया है कि उनके पूर्ववर्ती, बराक ओबामा ने शहीद हुए अमेरिकी सैनिकों के परिवारों से संपर्क नहीं किया था। द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने सोमवार को एक प्रश्न का जवाब देने के दौरान यह दावा किया था। उनसे पूछा गया था कि वह दो सप्ताह पहले नाइजर में हुए एक घातक हमले में चार ग्रीन बैरट सैनिकों की हत्या पर सार्वजनिक रूप से क्यों नहीं कुछ बोले?
ट्रंप ने संवाददाता सम्मेलन में इस प्रश्न का सीधा जवाब देने के बजाए कहा कि उन्होंने इन परिवारों को निजी पत्र लिखे हैं और उनकी योजना अगले हफ्ते उन्हें बुलाने की है।
इतना कहने के बाद वह अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपतियों की तरफ मुड़ गए। उन्होंने कहा, "अगर आप राष्ट्रपति ओबामा और अन्य राष्ट्रपतियों को देखें, तो किसी ने भी उनसे (शहीद सैनिकों के परिजनों से) संपर्क नहीं किया। मुझे जब उपयुक्त लगेगा मैं उनसे संपर्क करूंगा।"
ट्रंप का बयान घटनाओं की उस फेहरिस्त के सामने गलत साबित होता है जिसमें पूर्व राष्ट्रपति ओबामा द्वारा उनके कार्यकाल में शहीद सैनिकों के परिवारों से मुलाकात दर्ज है और यह भी कि वह उनसे फोन और चिट्ठी से संपर्क करते थे।
अफगानिस्तान में 30,000 सैनिकों को तैनात करने का निर्णय लेने से पहले, ओबामा ने डेलावेयर में स्थित डोवर वायु सेना अड्डे की यात्रा की थी और शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ओबामा कार्यालय के पूर्व सदस्यों ने ट्रंप की टिप्पणी की निंदा की है।
ओबामा के पूर्व उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बेंजामिन जे रोड्स ने सोमवार को ट्वीट किया, "यह तो ट्रंप के मानकों के हिसाब से भी एक अपमानजनक झूठ है।"


