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उज्जैन में फुटपाथ पर सोते मजदूरों को ट्रक ने रौंदा, 3 मरे

मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को एक ट्रक ने रौंद दिया, जिससे तीन मजूदरों की मौत हो गई

उज्जैन में फुटपाथ पर सोते मजदूरों को ट्रक ने रौंदा, 3 मरे
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उज्जैन/भोपाल। मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को एक ट्रक ने रौंद दिया, जिससे तीन मजूदरों की मौत हो गई। ये मजदूर कोरोनावायरस की जांच के इंतजार में फुटपाथ पर सो गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस हादसे को दुखद बताते हुए मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार की शाम राजस्थान के जैसलमेर से मजदूरों को बस से उज्जैन लाया गया था। 12 मजदूर मोहनपुरा के थे। वे गांव पहुंचे तो गांव वालों ने पहले जांच कराने को कहा। ये मजदूर पैदल ही जिला अस्पताल के लिए चल दिए। रात होने के कारण ये मजदूर भैरवगढ़ स्थित माता मंदिर के पास सड़क किनारे सो गए। इन मजदूरों को देर रात किसी ट्रक ने रौंद दिया। इस हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उज्जैन में सड़क किनारे फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों पर ट्रक चढ़ने से तीन की मौत के लिए शिवराज सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि सरकार द्वारा इन मजदूरों को रात गुजारने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया, इसलिए 12 मजदूर सड़क किनारे फुटपाथ पर सोने को विवश हुए।

उन्होंने कहा कि यदि सरकार इन मजदूरों को जैसलमेर से मंगवाई थी तो क्या इनके घर पंहुचने तक इनकी जांच, भोजन और ठहरने की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सरकार की नहीं थी?

दिग्विजय ने कहा कि इन मजदूरों को इस तरह मरने के लिए नहीं छोड़ना चाहिए था। उन्होंने इस दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे सरकार की लापरवाही और मजदूरों के प्रति उपेक्षा का परिणाम बताया है।

सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार उज्जैन के इस हादसे में प्राण गंवाने वाले तीनों मजदूरों के परिवार को 25-25 लाख रुपये की सहायता राशि देने का तत्काल निर्णय ले।


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