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समस्याओं से तंग आकर विद्यार्थियों ने लगाया स्कूल में ताला

छत्तीसगढ़ सरकार जहां बच्चों को पढ़ने के लिए बढ़ावा दे रही है वही उन्हीं के सपनों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा

समस्याओं से तंग आकर विद्यार्थियों ने लगाया स्कूल में ताला
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उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सारसकेला में समस्याओं का अंबार, जनपद कार्यालय का किया घेराव

मालखरौदा। छत्तीसगढ़ सरकार जहां बच्चों को पढ़ने के लिए बढ़ावा दे रही है वही उन्हीं के सपनों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मालखरौदा क्षेत्र की ही बात की जाए तो शासकीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए असुविधाओं का अंबार है। ऐसे ही स्कूलों में से एक ग्राम पंचायत सारसकेला के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से विद्यार्थियों ने आज परेशानी से तंग आकर स्कूल में ताला जड़ दिया और जमकर विरोध प्रदर्शर्न किया। जनपद कार्यालय का घेराव कर शिक्षा विभाग , क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

स्कूल में प्रमुख रुप से स्कूली छात्र छात्राओं के बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, जिसके चलते उन्हें पढ़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। शिक्षकों की भी कमी है के चलते पढ़ाई पूर्ण नहीं हो पाती। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सारसकेला में कक्षा 9वीं से 12 वीं तक की कक्षाएं हाई स्कूल के अतिरिक्त कक्ष में 5 कमरों में संचालित है। विद्यालय में छात्र छात्राओं की संख्या लगभग 400 है। छात्रों को बरामदे में बैठाकर अध्ययन कराया जाता है, जिससे उन्हें पढ़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। छात्रों ने बताया कि विद्यालय में महत्वपूर्ण विषय जैसे जीव विज्ञान, भौतिक, कॉमर्स ,भूगोल ,राजनीतिक ,इतिहास के शिक्षकों की कमी है जिससे विद्यार्थियों का पठन पाठन पूर्ण नहीं हो पाता इसके चलते बहुत से विद्यार्थी स्कूल में पढ़ाई ना होने की स्थिति में निजी खर्चे से ट्यूशन के माध्यम से पढ़ाई करते हैं। समस्याओं को लेकर आज जनपद पंचायत मालखरौदा में 5 घंटे तक विद्यार्थियों ने धरना प्रदर्शन किया। कलेक्टर के नाम मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मालखरौदा को ज्ञापन देकर अपनी मांगों के संबंध में छात्र-छात्राओं ने ज्ञापन सौंपा।

देखा जाए तो शिक्षा विभाग और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बच्चों के पढ़ाई के लिए केवल स्कॉलरशिप और साइकल पकड़ा कर झुनझुना बजाया जा रहा है वही स्कूलों में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते जिसके चलते बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

पहले भी करा चुके हैं अवगत
शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल सारसकेला के छात्र-छात्राओं द्वारा इन्हीं समस्याओं को लेकर तीन बार लिखित शिकायत शासन प्रशासन व विभाग को दी जा चुकी है लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं होने की स्थिति में उन्हें पढ़ाई छोड़ कर मजबूरन धरने पर बैठना पड़ा। सुबह 10 बजे से ही अपनी मांगों को लेकर शासन-प्रशासन क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ विद्यार्थियों ने जमकर नारेबाजी की। दोपहर 3 बजे खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा लिखित आश्वासन दिए जाने पर धरना प्रदर्शन समाप्त किया गया।
मांग पूरी नहीं होने पर चक्काजाम की चेतावनी

विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी से दूरभाष पर चर्चा के बाद छात्र-छात्राओं को 20 दिवस के भीतर भवन संबंधित स्वीकृति जिला पंचायत से कराए जाने का आश्वासन दिया गया। शिक्षक की मांग के संबंध में विकासखंड में अतिशेष शिक्षकों में से व्यवस्था करने तथा फर्नीचर की पूर्ति हेतु जिला पंचायत कार्यालय में प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान होने पर खरीदी करने का आश्वासन लिखित में दिया गया। छात्र छात्राओं के द्वारा 20 दिवस में मांग पूर्ण नहीं होने की स्थिति में भदरी चौक में चक्काजाम करने की चेतावनी दी गई है।

प्रायमरी और मीडिल स्कूल में अहाता नहीं
ग्राम पंचायत सारसकेला के ही शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला में अहाता नहीं है। अहाता निर्माण के लिए शासन प्रशासन को कई बार पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है लेकिन आज तक यह समस्या भी बनी हुई है। जिससे कभी भी छोटे बच्चे दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।


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