त्रिपुरा: बलात्कार के आरोपी वरिष्ठ अधिकारी का आत्मसमर्पण
त्रिपुरा सिविल सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दुष्कर्म के एक मामले में उच्च न्यायालय द्वारा जमानत की याचिका खारिज किए जाने के बाद एक स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है
अगरतला। त्रिपुरा सिविल सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दुष्कर्म के एक मामले में उच्च न्यायालय द्वारा जमानत की याचिका खारिज किए जाने के बाद एक स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है।
उच्च न्यायालय ने पन्ना अहमद की जमानत याचिका दो सप्ताह पहले खारिज कर दी थी। उसने कल एक स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया जिसके बाद उसे 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
दो बच्चाें की एक मां ने गत वर्ष जून में एक प्राथमिकी दर्ज कराकर आरोप लगाया था कि पहले से परिचित अहमद ने किराए पर अपना मकान देने के लिए अपने निवास पर उसे बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
गिरफ्तारी से बचने के लिए कथित रूप से कुछ स्थानीय गुंडों की मदद से वह भूमिगत हो गया। हालांकि पुलिस ने बाद में उसे करीमगंज के एक घर से गिरफ्तार कर लिया।
. कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टीयों ने सत्तारूढ वाम मोर्चा सरकार पर अहमद की मदद करने का आरोप लगाया।
सरकार ने अधिकारी को निलंबित करने में भी काफी समय लगाया। अधिकारी को पुलिस हिरासत में सौंपे जाने की मामले की सुनवाई कर रही अदालत से मांग की गयी है।


