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तृणमूल सांसद सौमित्र खान और अनुपम हाजरा पार्टी से निष्कासित

पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को अपने दो सांसदों को कथित रूप से पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया

तृणमूल सांसद सौमित्र खान और अनुपम हाजरा पार्टी से निष्कासित
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने बुधवार को अपने दो सांसदों को कथित रूप से पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि निष्कासित दोनों सांसदों में बांकुड़ा जिले की भीष्मपुर लोकसभा सीट से सांसद सौमित्र खान और बीरभूम जिले की बोलपुर सीट से सांसद अनुपम हाजरा शामिल हैं। खान भाजपा में शामिल हो गए।

तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्था चटर्जी ने कहा, "सौमित्र खान पिछले एक साल से विभिन्न विवादों में संलिप्त थे। पार्टी से उनका कोई संबंध नहीं था। हमने बार-बार उन्हें सचेत किया और काफी समय दिया, लेकिन वह नहीं बदले। इसलिए उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है।"

उन्होंने कहा, "दूसरी ओर, अनुपम हाजरा जघन्य गतिविधियों में लिप्त हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर कई विवादास्पद बयान दिए हैं और कई ऐसे काम किए हैं, जो पार्टी की संस्कृति से मेल नहीं खाते। उन्हें भी निष्कासित कर दिया गया है।"

खान नई दिल्ली में अपराह्न् भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद पार्टी में शामिल हो गए।

खान ने कहा कि उन्होंने पार्टी इसलिए छोड़ी, क्योंकि बंगाल में लोकतंत्र नहीं रह गया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी की आलोचना करते हुए खान ने कहा कि यह संभव नहीं है कि दक्षिण कोलकाता का एक खास परिवार बंगाल पर शासन करेगा।

उन्होंने कहा, "बंगाल में लोकतंत्र नहीं बचा है। मैंने बार-बार पार्टी से कहा कि हमें आम आदमी का सम्मान करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चुनाव पूरे देश में हो रहा है, लेकिन (बंगाल के बाहर) कहीं भी विस्फोट नहीं हुआ। वे (तृणमूल) जनता के मताधिकार को छीन रहे हैं और केंद्र सरकार से मिले धन को दे रहे हैं। पश्चिम बंगाल को इस तरह से नहीं चलाया जा सकता।"

अनुपम हाजरा ने कहा कि उनका नाम शारदा पोंजी घोटाला या नारदा स्टिंग में कभी नहीं आया, जबकि पार्टी के उनके कई साथी इन सब में कथित रूप से संलिप्त थे। उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियों की पार्टी की परिभाषा पर सवाल उठाए।

उन्होंने कहा, "मैं पार्था चटर्जी से पूछना चाहता हूं कि पार्टी विरोधी गतिविधि की उनकी परिभाषा क्या है? न तो मैं शारदा में संलिप्त था और न नारदा मामले में, न तो मैंने अनुचित लाभ लेने या कहीं से पैसे बनाने के लिए पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के नाम का दुरुपयोग ही किया।"

पार्टी के दोनों सांसदों के निष्कासन का जिक्र करते हुए पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि 2019 में इन लोगों के बगैर बंगाल में सभी 42 लोकसभा सीटों को जीतने में पार्टी को कोई परेशानी नहीं होगी।


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