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तृणमूल सांसद साकेत गोखले ने पीएम मोदी की 'अर्बन नक्सल' टिप्पणी पर गृह मंत्रालय से ब्योरा मांगा

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी पर केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस 'शहरी नक्सलियों' को आउटसोर्स कर रही है

तृणमूल सांसद साकेत गोखले ने पीएम मोदी की अर्बन नक्सल टिप्पणी पर गृह मंत्रालय से ब्योरा मांगा
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नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस टिप्पणी पर केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस 'शहरी नक्सलियों' को आउटसोर्स कर रही है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में गोखले ने उसके द्वारा पहचाने गए ऐसे संगठनों का ब्‍योरा मांगा।

गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में तृणमूल कांग्रेस सांसद ने कहा, "यह 25 सितंबर, 2023 को भोपाल, मध्य प्रदेश में एक भाषण के दौरान भारत के प्रधानमंत्री द्वारा की गई टिप्पणियों के संदर्भ में है।"

गोखले ने कहा कि अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने एक चौंकाने वाला आरोप लगाया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को "शहरी नक्सली" नामक एक समूह द्वारा चलाया जा रहा है।

उन्होंने कहा, "यह पहली बार नहीं है, जब प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक भाषणों में इस शब्द का इस्तेमाल किया है। कई मौकों पर विपक्षी दलों के साथ-साथ कुछ पत्रकारों, कार्यकर्ताओं और गैर सरकारी संगठनों को प्रधानमंत्री द्वारा 'शहरी नक्सली' करार दिया गया है।"

उन्होंने इसे आंतरिक सुरक्षा के संबंध में गंभीर चिंता का विषय करार दिया, क्योंकि प्रधानमंत्री से कम नहीं किसी व्यक्ति ने "शहरी नक्सली" नामक समूह के अस्तित्व का संकेत दिया है।

"इस संबंध में आपको निम्नलिखित जानकारी अधोहस्ताक्षरी सांसद को प्रस्तुत करनी होगी: क्या गृह मंत्रालय ने "शहरी नक्सली" नामक एक श्रेणी की पहचान की है? यदि हां, तो कृपया इस श्रेणी के व्यक्तियों का विवरण उनकी गतिविधियों सहित बताएं और यह भी किस आधार पर उनकी पहचान की जाती है। गृह मंत्रालय या केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा विभिन्न 'शहरी नक्सलियों' पर कितने मुकदमे चलाए गए हैं, जिनके बारे में प्रधानमंत्री का दावा है कि वे कथित तौर पर भारत में राजनीतिक दलों, समाचार संगठनों और गैर सरकारी संगठनों में सक्रिय हैं।"

उन्होंने गृह मंत्रालय से "शहरी नक्सली" विषय के संबंध में सभी राज्य सरकारों को किए गए किसी भी संचार के साथ-साथ गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित मानक एसओपी भी बताने को कहा।

"उपर्युक्त मांगी गई जानकारी संसदीय कार्य से संबंधित है और इसलिए, आपसे अनुरोध है कि कृपया इस पत्र को स्वीकार करें और एक समय-सीमा बताएं जिसके भीतर जानकारी की उम्मीद की जा सकती है।"

गोखले ने कहा, "प्रधानमंत्री के आरोपों की गंभीर प्रकृति को ध्यान में रखते हुए आपसे अनुरोध है कि कृपया इसे तत्काल और प्राथमिकता के रूप में लें और मुझे ईमेल के माध्यम से जानकारी भेजें।"

उनकी यह टिप्पणी प्रधानमंत्री द्वारा सोमवार को प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को एक "कंपनी" बताए जाने के एक दिन बाद आई है, जिसे "शहरी नक्सलियों" के एक समूह द्वारा चलाया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ये आरोप भोपाल के जंबूरी मैदान में भाजपा बूथ कार्यकर्ताओं की एक विशाल सभा - राज्य इकाई द्वारा आयोजित 'कार्यकर्ता महाकुंभ' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लगाए।

अपने लंबे भाषण के दौरान पीएम मोदी ने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर तीखा हमला किया और उस पर गंभीर आरोप लगाए।


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