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तृणमूल में एक बाहरी व्यक्ति की तरह महसूस किया : बाईचुंग भूटिया

भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़ने के दो महीने बाद गुरुवार को नई क्षेत्रीय पार्टी 'हामरो सिक्किम पार्टी' से जुड़ने की घोषणा की

तृणमूल में एक बाहरी व्यक्ति की तरह महसूस किया : बाईचुंग भूटिया
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नई दिल्ली। भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़ने के दो महीने बाद गुरुवार को नई क्षेत्रीय पार्टी 'हामरो सिक्किम पार्टी' से जुड़ने की घोषणा की। भूटिया ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस में रहने के दौरान उन्हें एक बाहरी व्यक्ति जैसा होने का अहसास हुआ।

भूटिया ने प्रेस क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, "टीएमसी के साथ मैं एक उम्मीदवार से ज्यादा एक सेलेब्रिटी था। जब मैं दार्जिलिंग से चुनाव लड़ा तब मेरे उपर एक बाहरी उम्मीदवार होने का ठप्पा लगा।"

भूटिया ने फरवरी में ट्विटर पर टीएमसी से इस्तीफा देने की घोषणा की। वह 2013 में पार्टी से जुड़े थे।

अर्जुन अवार्ड जीत चुके भूटिया ने कहा, "मैं पार्टी के लिए संपूर्ण रूप से काम नहीं कर पाया क्योंकि मुझे अपने पेशेवर कारणों के चलते काफी घूमना भी पड़ा। यह मेरे लिए उचित नहीं था कि मैं ऐसी पार्टी में बना रहूं जहां मैं अपना 100 प्रतिशत ना दे पाऊं। राजनीति में आपको हमेशा लोगों के बीच रहना होता है और अब मैं ऐसा कर सकता हूं।"

भूटिया ने कहा, "मैं गोरखालैंड मुद्दे पर टीएमसी से सहमत नहीं था और यह मेरा निजी निर्णय है और मैंने जो कहा उसे मैं अब भी मानता हूं।"

भूटिया ने गोरखालैंड राज्य का समर्थन किया था। यह पूछे जाने पर कि नई राजनीतिक पार्टी से जुड़ने के लिए किस चीज ने उन्हें प्रेरित किया, भूटिया ने कहा, "मैं सिक्किम के लोगों के लिए काम करना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है कि मेरे राजनीति में आने से सिर्फ सिक्किम ही नहीं बल्कि देश के कई सारे युवाओं को प्रेरणा मिलेगी।"

उन्होंने यह भी माना कि सिक्किम में भ्रष्टाचार बहुत फैला हुआ है और पार्टी का मुद्दा सीबीआई जांच की मांग करना होगा।

भूटिया ने कहा, "हालांकि, कानून के मुताबिक सीबीआई राज्य में जांच नहीं कर सकती। बेरोजगारी भी एक प्रमुख मुद्दा है। हम एक आर्गेनिक राज्य होने का दावा करते हैं लेकिन हम अपनी जमीन फार्मास्यूटिकल कंपनियों के हाथों खोते जा रहे हैं। हमारा लक्ष्य इन मुद्दों का समाधान करना है।"

भूटिया ने यह भी कहा कि उनके लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार और पार्टी का अध्यक्ष बनना महत्वपूर्ण नहीं है। भूटिया ने कहा, "यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी कि मैं चुनाव लडूंगा या नहीं। अगर पार्टी मुझे कहेगी तो मैं चुनाव में जरूर लडूंगा।"

सिक्किम में 2019 में विधानसभा चुनाव होने हैं।


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