भ्रष्टाचार में लिप्त तृणमूल कांग्रेस को नेताओं के नाम उजागर होने का डर: भाजपा
मोबाइल को आधार से जोड़ने का पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा जाेरदार विरोध किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया की

कोलकाता। मोबाइल को आधार से जोड़ने का पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा जाेरदार विरोध किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस को ''भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं के नाम उजागर होने'' का डर सता रहा है।
घोष ने कल रात जलपाइगुड़ी में कहा,“आधार से जुड़ने के बाद तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की आेर से किया गया भ्रष्टाचार उजागर हो जाएगा।
” घोष, जो अभी उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं, ने उपनिरीक्षक अमिताभ मल्लिक की मौत और पुलिस द्वारा बडी मात्रा में हथियारों की बरामदगी की घटनाओं की जांच की मांग कर एक बार फिर गोरखा जन्मुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग का समर्थन किया है।
उन्होंने भुजेल की मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो से जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि ममता बनर्जी सरकार की “यातनाओं” के चलते उसकी मौत हुई।
बनर्जी ने कल केंद्र पर हमला करते हुए कहा था कि वह अपने फोन नंबर को अाधार से नहीं जोड़ेंगी तथा संबंधित विभागों को चेतावनी दी थी कि वे उनका नंबर काटकर दिखाएं।
उन्होंने कहा,“किसी भी परिस्थिति में वह आधार से टेलीफोन नंबर को नहीं जोड़ेंगी। यदि संबंधित विभाग मेरा फोन काटना चाहता है तो वह ऐसा करे। वास्तव में यह मुझे कई समस्याओं से निजात दिला देगा क्योंकि मेरे पास संदेशों के अंबार से लदा मोबाइल नहीं होगा।
” बनर्जी ने इसे निजता पर भाजपा का खुला हमला बताते हुए कहा,“मैं आप से भी पूरजोर विरोध करने की अपील करती हूं।
कितने टेलीफोन कनेक्शन काटे जायेंगें। भाजपा चाहती क्या है? क्या वे लोगों के रहस्यों को सुनना चाहते हैं।


