महाराणा प्रताप की 426वीं पुण्यतिथि अवसर पर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि
जनपद बुलंदशहर के कोतवाली जहांगीराबाद के रहने वाले ललित शर्मा ने एसएससी को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि बीती 17 जनवरी को मेरे पास एक्साइड कंपनी बीमा पॉलिसी के नाम से एक मैडम का फोन आता है कि आपका कैशबैक आना है

- सुरेन्द्र सिंह भाटी
बुलंदशहर आज अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, बुलन्दशहर के पदाधिकारियों व सदस्यों ने समाज के लोगों के साथ मिलकर महाराणा प्रताप चौक पर हमारी मातृभूमि के अदम्य साहसी वीर सपूत, महान योद्धा, वीर शिरोमणि, परम स्वाभिमानी महाराणा प्रताप जी की 426वीं पुण्यतिथि के पावन अवसर पर महाराणा प्रताप चौक पर वीर शिरोमणि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया।इस अवसर पर सभी ने कार्यक्रम में सम्मिलित होकर महाराणा प्रताप जी की मूर्ति को नमन करते हुए माल्यार्पण किया।
राष्ट्रीय सचिव ठा० पृथ्वीराज सिंह ने अपने सम्बोधन में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि निःसन्देह रूप से महाराणा प्रताप जी का साहस व स्वाभिमान हम सभी के लिए आजीवन अनुकरणीय व प्रेरणादायक है महाराणा प्रताप ने जीवन भर संघर्ष कर भारत माता की आन बान व शान को कभी झुकने नहीं दिया, घास की रोटियां खाकर अपना जीवन बचाया। लेकिन अकबर के सामने झुके नहीं।
उन्होंने स्वाधीनता के लिए जीवन पर्यन्त लड़ाई लड़ी। हम सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। वो भी चाहते तो अकबर से समझौता करके आधे भारत पर राज करके आराम से अपना जीवन यापन कर सकते थे।
लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। आज हम सभी उनकी पुण्यतिथि को एकता व शौर्य दिवस के रूप में मना रहे हैं। जिलाध्यक्ष ठा० संजीव तोमर ने कहा कि राजपूत समाज एकता के साथ अपने समाज को मजबूत करे और अपने समाज के लोगों की मदद करें। साथ ही प्रशासन से चौक के सौंदर्यीकरण की मांग की। जिला महामंत्री दुष्यंत प्रताप सिंह जी ने कार्यक्रम की व्यवस्था को सुचारू ढंग से माल्यार्पण कराया व सभी से सदैव ऐसे कार्यक्रमों में बढ़ चढ कर सहयोग व सामाजिक एकता की अपील की।
इस अवसर पर कार्यकम में मनोज कुमार सिंह, मुनेश पाल सिंह, अभिषेक ठाकुर, मंटू सिंह, प्रवीन सिंह, ओमवीर शर्मा, मेघेंद्र सिंह, जगवीर भाटी, बब्लू सिंह, पूसन सिंह, संजीव सिंह, कपिल ठाकुर, मुकुल, विक्रांत, हर्ष ठाकुर, ललित, अजय, लोकेन्द्र सिंह, सुशील सिंह,ठा० दुष्यन्त प्रताप सिंह
महामंत्री अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा आदि मौजूद रहे।


