कवि सम्मेलन में शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि
साहित्य का रस पान आनंद से भरी होती है। उस पर भी तब जब हास्य, व्यंग्य और वीर रस की तिकड़ी में इसे पिरोया जाए तो कुछ पल के लिए ही सही, मगर जिंदगी जीने के मायने बदल से जाते हैं।

कुरुद। साहित्य का रस पान आनंद से भरी होती है। उस पर भी तब जब हास्य, व्यंग्य और वीर रस की तिकड़ी में इसे पिरोया जाए तो कुछ पल के लिए ही सही, मगर जिंदगी जीने के मायने बदल से जाते हैं। हंसी-गुदगुदी के साथ ही प्रेरणा से भरी कवियों की प्रस्तुति मन के तार को झंकृत कर देती है। कुछ ऐसा ही हुआ वन्देमातरम परिवार कुरूद द्वारा रविवार की शाम कारगिल चैक स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में।
करीब तीन घंटे के इस कार्यक्रम में सभी लोग हंसते-हंसते लोट-पोट हो गए। गीत गजल की प्रस्तुति से लोग उत्साहित थे तो प्रेम रस में डूबकर इसका रसास्वादन करने में भी मग्न थे। इन लम्हों में एक तरफ जहां हंसी की फुहार थी तो दूसरी तरफ नक्सली हमले में शहीद हुये वीर जवानो के लिए पीड़ा, जो कार्यक्रम में मौजूद हजारों लोगों के दिलों को पूरी तरह झकझोर दिया।
करीब साढ़े सात बजे प्रख्यात कवि मंचासीन हुए और 08 बजे से काव्य पाठ प्रारंभ किये। जहाँ प्रदेश के केबिनेट मंत्री श्री अजय चंद्राकर ने बतौर मुख्यातिथि दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन एवं सादगी पूर्ण स्वागत करवाकर मंच कवियों को समर्पित कर दी, तत्पश्चात कवियों की महफिल शुरू हुई। इससे पहले सुकमा के कोत्तचेरी में शहीद हुये सैनिकों को सभी ने मौन धारण कर श्रधांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष धमतरी रघुनंदन साहू, जनपद अध्यक्ष धमतरी रंजना साहू, सदस्य समाज कल्याण बोर्ड छ.ग. ज्योति चंद्राकर, प्रदेश मंत्री भाजपा निरंजन सिन्हा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शिवप्रताप ठाकुर, वरिष्ठ नागरिक एवं वकील एल पी गोस्वामी, वन्देमातरम परिवार के अध्यक्ष भानू चंद्राकर के अलावा बड़ी संख्या में भाजपा नेतागण, वन्देमातरम परिवार के सदस्यगण समेत नगरवासी व क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
कविता पाठ का शुभारंभ इस्पात नगरी से पधारे हुये गीतकार किशोर तिवारी द्वारा सरस्वती वंदना गीत प्रस्तुत कर की गई तत्पश्चात उन्होंने श्रृंगार रस की कविता प्रस्तुत की। काव्य मंच का संचालन पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे ने काव्य समां बांधते हुये यूपी, उत्तराखण्ड चुनाव की जीत का श्रेय पीएम मोदी को देते हुए काव्य श्इस बार की होली में न हरा न पीला न लाल, मोदी के लिए लगाओ केसरिया गुलाल।श् की कविता कही।
इस बीच उन्होंने देश विरोधी तत्वों की निंदा करते हुए कहा कि मेरा ये फरमान जेएनयू तक पहुँचा दो, अफजल गुरु की जो करे पैरवी उसको भी फांसी पर लटका दो की कविता प्रस्तुत किया। तो वहीं एमपी मुरैना से पधारे कवि तेजनारायण शर्मा ने हास्य व्यंग्य और राजिम के संजय शर्मा ने वीर रस की कविता प्रस्तुत की। इस दौरान दर्शक दीर्घाओं की ओर से आ रही तालीओं की लंबी गूंज कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे।


