ओडिशा विस में अटल बिहारी वाजपेयी और सोमनाथ चटर्जी को श्रद्धांजलि
ओडिशा विधानसभा में मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष साेमनाथ चटर्जी और अन्य गणमान्य लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गय

भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा में मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष साेमनाथ चटर्जी और अन्य गणमान्य लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी।
सदन में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि, ओडिशा के पूर्व मंत्री जदुनाथ दास महापात्रा, पूर्व सदस्य सूर्यमणि पात्रा, ब्रज किशोर मोहंती और मुरलीधर कुआनार को भी श्रद्धांजलि दी गयी। मलकानगिरि जिले में माओवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए ओडिशा पुलिस के कांस्टेबल संजय मांझी को भी श्रद्धासुमन अर्पित किये गये। इन सभी का निधन विधानसभा के 12वें और 13वें सत्र के बीच हुआ था।
मुख्यमंत्री एवं विधानसभा के नेता नवीन पटनायक ने शोक प्रस्ताव पेश करते हुए श्री वाजपेयी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन को राष्ट्र की अपूरणीय क्षति और उतना ही बड़ा निजी नुकसान बताया।
उन्होंने श्री वाजपेयी को बुद्धिमान नेता बताते हुए कहा कि उन्होंने अनगिनत विविधताओं के साथ गठबंधन सरकार चलाने की कला से दुनिया को अवगत कराया। सभी दलों के नेता उनका बहुत सम्मान करते थे।
विपक्ष के नेता नरसिंह मिश्रा ने कहा कि राजनीतिक विचारधारा में अंतर होने के बावजूद वह श्री वाजपेयी के व्यक्तित्व, व्यवहार और मानवीय पक्ष से अभिभूत थे। श्री वाजपेयी लोकतंत्र में भरोसा करते थे और राजधर्म का पालन नहीं करने वाले किसी भी शख्स को बख्शते नहीं थे।
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्री पटनायक ने इसे लोकतंत्र के लिए बड़ी क्षति बताया।
विपक्ष के नेता ने भी श्री चटर्जी के निधन पर शोक जताया और उन्हें एक महान अधिवक्ता तथा गरीबों और पिछड़ों के लिए काम करने वाला सबसे कद्दावर नेता बताया।


