तेज तूफान से पेड़ व बिजली के खंभे उखड़े, हुआ नुकसान
तेज आंधी-तूफान से बहुत सारे पेड़ सड़क पर गिर गए, जिसकी वजह से सेक्टरों के आस-पास यातायात बाधित हुआ, तूफान बंद होने पर लोगों ने सड़क पर गिरे पेड़ को हटान के लिए जद्दों जहद देर शाम तक करते रहे

ग्रेटर नोएडा। तेज आंधी-तूफान से बहुत सारे पेड़ सड़क पर गिर गए, जिसकी वजह से सेक्टरों के आस-पास यातायात बाधित हुआ, तूफान बंद होने पर लोगों ने सड़क पर गिरे पेड़ को हटान के लिए जद्दों जहद देर शाम तक करते रहे।
तूफान से सेक्टरों में खड़ी कार व बाइकों पर पेड़ की डालें गिर गयी, जिसकी वजह से लोगों का नुकसान हुआ। सेक्टर अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, सेक्टर-36 में बड़ी संख्या में पेड़ों की डाले टूटकर लोगों के वाहनों पर गिर गयी, जिसकी वजह से लोगों के वाहनों को छति पहुंची है। वहीं दनकौर के जहानाबाद गांव में तूफान के कारण मुर्गिफार्म लड़खड़ाकर गिर गया जिसमें मुर्गी के सैंकड़ों बच्चे दबकर मर गए।
वहीं जेवर, दनकौर, बिलासपुर, दादरी, बिसरख क्षेत्र में तेज तूफान से पेड़ उखड़कर सड़क पर आ गए। इस दौरान सड़क पर चलने वाले बाहन चालकों को परेशानी हुई। बहारहाल तूफान के साथ बारिस से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। रविवार को शाम साढ़े चार बजे के आस-पास तेज तूफान आया, जिसकी वजह से बिजली के खंभे, मार्केट में लगी होर्डिग, लोगों के सामान उड़कर दूसरी तरफ चले गए। मौसम विभाग ने दो दिन पहले ही चेतावनी दे दिया था कि दिल्ली एनसीआर में तेज तूफान व बारिस की आसंका है।
वहीं ग्रामीण क्षेत्र में तेज तूफान से किसानों के आम की फसल पूरी तरह के बर्बाद गयी, पेंड़ पर लगे फल जमीन पर गिर गए। पिछली बार के तूफान से किसानों की आम की फसल खराब हो गयी थी, पेड़ों पर जो भी फल बचे हुए थे, उनमें से बहुत सारा फल जमीन पर गिर गया।
जिले के दनकौर व बिलासपुर के किसान आम की खेती करते हैं, इस वर्ष आम की अच्छी फसल देख किसान बहुत खुश थे। वहीं किसनों का कहना कि कि पेड़ों में तीस प्रतिशत ही फल बचे हैं, बाकि दो तूफानों के भेंट चढ़ गए।


